
"मानसा-सोलैया मार्ग पर अज्ञात युवक का शव मिला, पुलिस जांच में जुटी"
मानसा तालुका में अज्ञात युवक का शव मिला - पुलिस जांच में जुटी
कल सुबह मानसा तालुका के सोलैया गांव के पास सड़क किनारे एक अज्ञात युवक का शव मिला। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना मानसा पुलिस को दी और पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मानसा सिविल अस्पताल भेज दिया। फिलहाल पुलिस मृतक की पहचान और उसके परिजनों का पता लगाने के लिए जांच कर रही है।
घटना का विवरण:
शव सोलैया, फतेपुरा और बापूपुरा गांवों को जोड़ने वाली सड़क पर मिला।
पुलिस ने पहचान के लिए आसपास के इलाके में पूछताछ की, लेकिन युवक स्थानीय निकला।
शव लावारिस माना जा रहा है, जबकि मौके पर भीड़ जमा हो गई थी।
फिलहाल पुलिस मौत के कारण, युवक की पहचान और संबंधित आपराधिक घटना की जांच कर रही है।
पुलिस कार्रवाई:
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
आस-पास के इलाकों में लगे सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों की जांच की जा रही है।
अगर किसी के पास युवक की पहचान के बारे में कोई जानकारी है तो उनसे अपील की गई है कि वे मानसा थाने को सूचित करें।
मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल किसी तरह की गड़बड़ी या आत्महत्या का संदेह नहीं है, लेकिन जांच जारी है।
सत्रह: अगर आपको इस घटना के बारे में कोई जानकारी है तो कृपया मानसा पुलिस से संपर्क करें।
लेख प्रकाशित | Sat | 05 Jul 2025 | 8:43 PM

द्वारका जगत मंदिर की सुरक्षा के लिए एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) कमांडो ने विशेष तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंदिर के अंदर और बाहर सुरक्षा निगरानी बढ़ा दी गई है।
यह पहल द्वारका स्थित जगत मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत सरकार द्वारा एनएसजी कमांडो की एक टीम भेजे जाने से मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने में मदद मिली है। जेड प्लस सुरक्षा श्रेणी के तहत इस मंदिर को और अधिक सुरक्षित बनाने की आवश्यकता स्पष्ट है, खासकर जन्माष्टमी जैसे आगामी बड़े त्योहारों के मद्देनजर। एनएसजी टीम ने गुजरात पुलिस और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर मंदिर परिसर की सुरक्षा, श्रद्धालुओं की जांच प्रोटोकॉल और संरचनात्मक सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया। ऐसे पवित्र स्थानों पर आतंकवादी खतरों और भीड़भाड़ की स्थिति में सुरक्षा बनाए रखने के लिए एक व्यापक योजना बनाना आवश्यक है। यह पहल दर्शाती है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं। द्वारका जैसे प्रतीकात्मक महत्व के मंदिरों की सुरक्षा के लिए तकनीक, जनशक्ति और स्मार्ट सुरक्षा विधियों का उपयोग किया जाना चाहिए।
अगले कदम के रूप में एनएसजी टीम द्वारा सुझाई गई सिफारिशों के आधार पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था लागू की जाएगी, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित माहौल में दर्शन और पूजा कर सकें।
लेख प्रकाशित | Thu | 03 Jul 2025 | 8:19 PM

कलोल में पैसों को लेकर हुए विवाद में हमला:नवजीवन मिल के पास धारदार हथियारों से दो घायल, एक गांधीनगर सिविल अस्पताल में भर्ती
कलोल में पूजा फास्ट फूड के पास गंभीर हमला: दो घायल
कलोल शहर में नवजीवन मिल कंपाउंड के पास पूजा फास्ट फूड के सामने बीती रात 9:00 से 9:30 बजे के बीच हिंसक घटना हुई। रंजिश के चलते कुछ लोगों ने दीपक भाटी और जयेश परमार पर धारदार हथियारों और पाइप से हमला कर दिया।
घायलों की हालत:
दीपक दशरथभाई भाटी (आजादनगर रेलवे ईस्ट एरिया) - माथे पर गंभीर चोट।
जयेश रामाभाई परमार (दरबारनी चालिना) - सिर, पैर और शरीर के अन्य हिस्सों पर चोटें।
दोनों को पहले 108 एंबुलेंस से कलोल सरकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन आगे के इलाज के लिए उन्हें गांधीनगर सिविल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
पुलिस जांच:
घटना की सूचना मिलने पर कलोल शहर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। पुलिस पर हमलावरों को शीघ्र गिरफ्तार करने का दबाव है।
लेख प्रकाशित | Mon | 30 Jun 2025 | 9:36 PM

"हाथियों को मारने का विरोध बनाम समर्थन: महंतों के विचारों में तीव्र मतभेद"
अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर के हाथी बाड़े में महावत द्वारा हाथी को पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस वीडियो में हाथी को 43 सेकंड में 19 बार डंडे से मारा जाता दिख रहा है, जिससे पशु प्रेमियों में गुस्सा है। मंदिर की ओर से सफाई: घटना को सही ठहराते हुए जगन्नाथ मंदिर के महंत दिलीप दासजी महाराज ने कहा है, "महावत ने हाथी को उसकी भाषा समझाने के लिए पीटा, उसे नुकसान पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।" उन्होंने कहा कि हाथी को नियंत्रित करने के लिए इस तरह का तरीका अपनाया जाता है और यह हाथी रथ यात्रा के दौरान बेकाबू होने वाला हाथी नहीं है। ज्योतिनाथ महाराज की प्रतिक्रिया: ज्योतिनाथ महाराज ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा, "पशुओं के साथ ऐसी क्रूरता कभी स्वीकार्य नहीं है। सरकार और पशु कल्याण संगठनों को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।"
पेटा इंडिया की मांग:
इस घटना और रथ यात्रा के दौरान हाथियों के इस्तेमाल को लेकर पेटा इंडिया ने गुजरात सरकार को पत्र लिखकर जुलूस में हाथियों के इस्तेमाल पर रोक लगाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने एक यांत्रिक हाथी दान करने की पेशकश भी की है।
निष्कर्ष:
इस घटना ने पशु अधिकारों और धार्मिक परंपराओं के बीच बहस को फिर से हवा दे दी है। मंदिर प्रशासन जहां इस कृत्य को सही ठहरा रहा है, वहीं पशु अधिकार संगठन ऐसी प्रथाओं को खत्म करने की मांग कर रहे हैं। इस मामले में सरकार के स्तर पर स्पष्ट दिशा-निर्देश जरूरी हो गए हैं।
लेख प्रकाशित | Sun | 29 Jun 2025 | 8:24 PM

"कैरेबियाई द्वीप पर लापता 9 गुजरातियों का कोई सुराग नहीं, हाईकोर्ट ने जनहित याचिका खारिज की; याचिकाकर्ता ने सरकार-अदालत की मदद की सराहना की, लेकिन लापता लोगों की तलाश व्यर्थ"
गुजरात हाईकोर्ट ने 9 लापता गुजरातियों के मामले में याचिका का निपटारा किया
मुख्य बिंदु:
9 गुजराती अवैध रूप से कैरेबियाई द्वीपों के रास्ते अमेरिका चले गए थे, लेकिन फरवरी 2023 से उनका कोई पता नहीं चला है।
हाईकोर्ट ने जनहित याचिका को खारिज कर दिया, क्योंकि केंद्र सरकार और भारतीय दूतावासों के प्रयासों के बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला, लेकिन भविष्य में नई शिकायत दर्ज करने का अधिकार सुरक्षित रखा।
लापता लोग आखिरी बार डोमिनिका से एंटीगुआ की यात्रा कर रहे थे और वहां से अमेरिका जाने की योजना बना रहे थे।
विवरण:
1. मामले की पृष्ठभूमि:
ये 9 गुजराती वीजा लेकर फ्रांसीसी कैरेबियाई द्वीप (गुआडेलोप) से डोमिनिका और एंटीगुआ गए थे, लेकिन 3 फरवरी 2023 के बाद उनका संपर्क टूट गया।
परिवार ने लगातार भारत सरकार, फ्रांसीसी और अमेरिकी दूतावासों से संपर्क किया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। भारतीय राजदूत ग्वाडेलोप गए थे, लेकिन असफल रहे।
2. हाईकोर्ट की टिप्पणियां:
मुख्य न्यायाधीश सुनीता अग्रवाल और न्यायमूर्ति प्रणब त्रिवेदी की पीठ ने कहा कि सरकार ने पर्याप्त प्रयास किए, लेकिन लापता लोगों का पता लगाना संभव नहीं हो सका।
याचिकाकर्ता के वकील यतिन ओझा ने दलील दी कि अदालत को मदद करनी चाहिए, क्योंकि फ्रांसीसी क्षेत्र में वीजा मिलना मुश्किल है, लेकिन अदालत ने विदेश मंत्रालय की मदद लेने का सुझाव दिया।
3. अवैध यात्रा की स्वीकृति:
परिवार का मानना था कि ये 9 लोग अमेरिका जाने के लिए एक छोटी नाव में अवैध रूप से यात्रा कर रहे थे। संभव है कि वे ग्वाडेलोप द्वीप पर एक हिरासत केंद्र में हों, जहां से जानकारी प्राप्त करना मुश्किल है।
4. आगे की कार्रवाई:
हाईकोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि अगर नए सबूत मिलते हैं, तो नई अर्जी दाखिल की जा सकती है। परिवार ने फ्रांस के वकीलों की सेवाएं ली हैं, लेकिन मामले की प्रगति सीमित है।
निष्कर्ष:
यह मामला अवैध यात्रा की खतरनाक स्थितियों को उजागर करता है। उच्च न्यायालय और सरकार के प्रयासों के बावजूद लापता व्यक्तियों को ढूंढना असंभव प्रतीत होता है, लेकिन परिवार के पास भविष्य के लिए कानूनी विकल्प खुले रखे गए हैं।
लेख प्रकाशित | Sat | 28 Jun 2025 | 8:26 PM

"राजकोट में मेघराजा का प्रकोप: आंधी, बिजली और हवा के कारण तूफानी बारिश!"
राजकोट में आज शाम हुई भारी बारिश और आंधी ने शहरवासियों को राहत और परेशानी दोनों ही दी। मुख्य बिंदुओं का सारांश इस प्रकार है:
मुख्य घटनाक्रम:
- शाम करीब 5 बजे काले बादल छा गए और गरज के साथ तेज बारिश शुरू हो गई।
- दिनभर 40 डिग्री सेल्सियस की भीषण गर्मी के बाद बारिश ने ठंडी हवा तो दी, लेकिन यातायात और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
शहर पर असर:
1. यातायात अव्यवस्था:
- निर्मला रोड, कलावड़ रोड, 150 फीट रोड, यूनिवर्सिटी रोड जैसी प्रमुख सड़कों पर पानी भर गया, खासकर दोपहिया वाहन सवारों को परेशानी हुई।
- स्कूलों और दफ्तरों से निकले लोगों को दुकानों या ओवरब्रिज के नीचे शरण लेनी पड़ी।
2. बिजली:
- बार-बार गरज और तेज आवाज से बच्चे डरे हुए थे, लेकिन ज्यादातर लोग गर्मी से राहत पाकर खुश थे।
3. बाढ़ का खतरा:
- ड्रेनेज सिस्टम फेल होने के कारण कुछ इलाकों में पानी बढ़ गया, निचले इलाकों (जैसे मावड़ी, पारेवाड़ी चौक) पर ज्यादा असर पड़ा।
सकारात्मक नतीजे:
- किसानों के लिए उम्मीद: बारिश से मानसून आने की संभावना बढ़ी, खेतों की तैयारी में मदद मिली।
- तापमान में गिरावट: करीब 4-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई, जिससे उमस भरी गर्मी से राहत मिली।
मौसम पूर्वानुमान:
- मौसम विभाग ने "प्री-मानसून गतिविधि" घोषित की है।
- सौराष्ट्र में अगले 24-48 घंटों के दौरान फिर से गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
निष्कर्ष: बारिश ने गर्मी को कम किया है, लेकिन शहरी बुनियादी ढांचे (जलभराव, यातायात प्रबंधन) के मुद्दों को उजागर किया है। किसान और आम जनता अब और मानसून की बारिश का इंतजार कर रहे हैं।
लेख प्रकाशित | Sat | 14 Jun 2025 | 8:56 PM

मेहसाणा आयुर्वेदिक कॉलेज मामला: नाबालिग से बलात्कार के दोषी पिता को आजीवन कारावास और 5 लाख रुपये जुर्माने की सजा
यह मामला बहुत ही दुःखद और घृणित है, जहाँ एक पिता ने अपनी ही नाबालिग बेटी के साथ बलात्कार करके उसके बुनियादी विश्वास और सुरक्षा को भंग कर दिया। मेहसाणा में आयुर्वेदिक कॉलेज के बगीचे की देखभाल करने वाले आरोपी पिता को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है, जो न्याय की दिशा में एक स्पष्ट संकेत है।
मामले के मुख्य बिंदु:
1. घटना: 19 मार्च, 2023 को आरोपी पिता ने अपनी 17 वर्षीय बेटी के साथ कमरे में बलात्कार किया। मामला तब सामने आया जब वह गर्भवती पाई गई।
2. आरोपी की हिंसक गतिविधि: बेटी के साथ शारीरिक शोषण का इतिहास और अतीत में अपनी पत्नी को जान से मारने की धमकी देना।
3. न्यायिक झटका:
- पोक्सो धारा 4 (2): आजीवन कारावास + ₹10,000 जुर्माना।
- पोक्सो धारा 6: आजीवन कारावास + ₹5,000 जुर्माना।
- आईपीसी की धारा 506(2): 2 वर्ष कारावास + ₹1,000 जुर्माना।
- पीड़िता को ₹5 लाख मुआवजा।
सामाजिक संदेश:
- बाल संरक्षण: नाबालिगों, विशेषकर लड़कियों के खिलाफ अत्याचारों के लिए सख्त सजा की आवश्यकता होती है।
- पारिवारिक जिम्मेदारी: ऐसे मामलों में समय पर शिकायत और मनोवैज्ञानिक सहायता।
- कानून का सख्त प्रवर्तन: POCSO जैसे कानूनों के प्रभावी प्रवर्तन से कड़ी सजा मिलना संभव है।
यह सकारात्मक है कि पीड़ित लड़की को न्याय और सहायता मिली, लेकिन समाज को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
लेख प्रकाशित | Sat | 07 Jun 2025 | 9:26 PM

"557 करोड़ रुपये की जल विकास परियोजना का उद्घाटन: 132 गांवों को मिलेगा रोजाना 100 लीटर पानी, प्रदर्शनकारी कांग्रेस कार्यकर्ता हिरासत में"
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का राजकोट दौरा: मुख्य बातें
1. विकास परियोजनाओं की घोषणा
शुभारंभ: 343.39 करोड़ रुपये की 13 परियोजनाओं का शिलान्यास।
भूमिपूजन समारोह: 213.79 करोड़ रुपये की 28 परियोजनाओं का शिलान्यास।
कुल विकास उपहार: 557.18 करोड़ रुपये (शहर और जिले के लिए)।
2. राजकोट नगर निगम के साथ बैठक
मुख्यमंत्री ने भाजपा के निर्वाचित नगरसेवकों के साथ चर्चा की।
आगामी नगर निगम चुनावों पर रहा फोकस।
3. कांग्रेस का विरोध
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने निजी स्कूलों की "मनमानी" के खिलाफ प्रदर्शन किया।
प्रवक्ता रोहित राजपूत समेत कार्यकर्ताओं को क्राइम ब्रांच ने रोका।
4. राजकोट नगर निगम की परियोजनाएं
डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी आर्ट गैलरी: 5.90 करोड़ रुपये की लागत से उद्घाटन।
अन्य परियोजनाएं: 50.51 करोड़ रुपये की लागत वाली 17 परियोजनाओं का उद्घाटन।
पंजीकरण मामले
बैठक में विकास कार्यों को गति देने और स्थानीय भाजपा नेतृत्व के साथ रणनीतिक चर्चा पर ध्यान केंद्रित किया गया।
कांग्रेस विपक्ष ने सरकारी नीतियों पर बहस को फिर से छेड़ दिया है।
लेख प्रकाशित | Fri | 06 Jun 2025 | 9:43 PM

विश्व पर्यावरण दिवस पर मानसा नगर पालिका द्वारा प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम
मानसा नगर पालिका ने "विश्व पर्यावरण दिवस" पर प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया
आज "विश्व पर्यावरण दिवस" के अवसर पर मानसा नगर पालिका की स्वास्थ्य समिति द्वारा प्लास्टिक प्रदूषण से पृथ्वी को बचाने के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में नगर पालिका के अधिकारियों, स्थानीय व्यापारियों, विक्रेताओं और नागरिकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
पहला विशेष:
- कपड़े के थैलों का वितरण: पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक कदम के रूप में, सम्मानित व्यापारियों और विक्रेताओं को मुफ्त कपड़े के थैले वितरित किए गए।
- प्लास्टिक की थैलियों का त्याग: प्रतिभागियों को प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग बंद करने और टिकाऊ विकल्प अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
दूसरा जागरूकता संदेश:
- प्लास्टिक प्रदूषण के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई, जिसमें पर्यावरण, मानव स्वास्थ्य और वन्य जीवन पर इसके गंभीर प्रभावों पर चर्चा की गई।
- "एकल-उपयोग प्लास्टिक" के बजाय पुन: प्रयोज्य सामग्रियों के उपयोग पर जोर दिया गया।
उद्देश्य:
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आम जनता को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है-
लेख प्रकाशित | Thu | 05 Jun 2025 | 9:59 PM

"24 दिन में राज्य में दूसरी मॉक ड्रिल: मिसाइलों, बम धमाकों और ब्लैकआउट से लोग घबराए"
गुजरात में "ऑपरेशन शील्ड" के तहत 31 मई, 2025 को 24 दिनों में दूसरी बार मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट किए गए। इससे पहले, 7 मई को भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर हवाई हमले करने के बाद राज्य के 18 जिलों में इसी तरह की प्रक्रिया लागू की गई थी।
31 मई को मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट का विवरण:
अवधि: शाम 5:00 से 8:00 बजे तक मॉक ड्रिल, उसके बाद 8:00 से 8:30 बजे तक चरणबद्ध तरीके से 15 मिनट का ब्लैकआउट।
प्रभावित क्षेत्र: पाटन, सूरत, भुज, अमरेली, राजकोट, जूनागढ़, जामनगर।
तैयारी: बाजार, घर और स्ट्रीट लाइटें बंद कर दी गईं, जिससे वाहन चालकों को परेशानी हुई।
विशिष्ट लक्ष्य: केशोद एयरपोर्ट, जामनगर वायुसेना स्टेशन, सोमनाथ मंदिर जैसे संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन/मिसाइल हमलों का मॉक ड्रिल किया गया, जिसमें बचाव और अस्पताल में भर्ती करने का अभ्यास भी शामिल था।
29 मई का मॉक ड्रिल स्थगित:
इससे पहले 29 मई को आयोजित मॉक ड्रिल स्थगित कर दी गई थी, जिसे 31 मई को फिर से लागू किया गया।
पृष्ठभूमि:
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाक सीमा पर तनाव बढ़ गया है। साइबर और शारीरिक हमलों के खिलाफ तैयारी बढ़ाने के लिए गुजरात सरकार द्वारा इस तरह के अभ्यास किए जाते हैं।
इस तरह के प्रशिक्षणों के माध्यम से सरकार सार्वजनिक सुरक्षा और आपदा प्रतिक्रिया प्रणालियों को मजबूत करने का प्रयास करती है।
लेख प्रकाशित | Sat | 31 May 2025 | 10:00 PM

14 वर्षीय क्रिकेट प्रतिभा वैभव सूर्यवंशी ने पीएम मोदी से मुलाकात की, आशीर्वाद लिया; आईपीएल में डेब्यू करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी को आशीर्वाद दिया
शुक्रवार (तारीख दर्ज नहीं) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के पटना में युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी और उनके परिवार से मुलाकात की। यह मुलाकात पटना एयरपोर्ट पर हुई, जब प्रधानमंत्री बिहार का 2 दिवसीय दौरा पूरा कर लौट रहे थे। वैभव ने प्रधानमंत्री के पैर छुए और आशीर्वाद लिया। इस मौके पर वैभव के माता-पिता भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने उनसे 10 मिनट तक बातचीत की, लेकिन चर्चा के विषयों का खुलासा नहीं किया।
आईपीएल में वैभव का ऐतिहासिक प्रदर्शन
14 साल 23 दिन की उम्र में वैभव सूर्यवंशी ने 19 अप्रैल 2025 को लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स की ओर से आईपीएल में पदार्पण कर इतिहास रच दिया। वह आईपीएल में पदार्पण करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए। उन्होंने अपने पदार्पण मैच में 20 गेंदों पर 34 रन (3 छक्के सहित) बनाए। आईपीएल 2025 में, उन्होंने 7 मैचों में 252 रन (औसत 36, स्ट्राइक रेट 206.55) बनाए, जिसमें 14 साल और 32 दिन की उम्र में 35 गेंदों में शतक (जीटी के खिलाफ) और एक अर्धशतक शामिल है।
रिकॉर्ड की सूची:
- आईपीएल में दूसरा सबसे तेज शतक (35 गेंद; क्रिस गेल के 30 गेंदों में शतक के बाद)।
- सबसे कम उम्र का अर्धशतक/शतक।
- युवा प्रतिभा को राजस्थान रॉयल्स ने 1.10 करोड़ में खरीदा।
घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन:
वैभव ने बिहार के लिए 5 प्रथम श्रेणी (1 शतक) और 6 लिस्ट-ए मैच (132 रन का उच्चतम स्कोर) खेले हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर इस यात्रा की तस्वीरें साझा की हैं, जिसमें वैभव और उनके परिवार के साथ गर्मजोशी साफ झलक रही है।
लेख प्रकाशित | Fri | 30 May 2025 | 9:55 PM

"ऑपरेशन सिंदूर: विदेशी सामान खरीदना बंद करें और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा दें, मोदी ने कांकरिया-अटल ब्रिज टिकट का राज खोला"
गांधीनगर, 27 मई 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के सम्मान में गांधीनगर जिला पंचायत से महात्मा मंदिर तक 2.5 किलोमीटर लंबा रोड शो निकाला और महात्मा मंदिर पहुंचे। इस कार्यक्रम में राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गृह मंत्री हर्ष संघवी और केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल समेत अन्य नेता मौजूद रहे।
प्रमुख कार्यक्रम:
1. विकास योजनाओं का उद्घाटन:
पीएम मोदी ने 5,536 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने विदेशी सामान का बहिष्कार कर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता हासिल करने की अपील की। उन्होंने कहा, "इस बार सब कुछ कैमरे के सामने हुआ, इसलिए कोई सबूत नहीं मांगेगा।"
2. कांकरिया झील और अटल ब्रिज का रहस्य:
55 मिनट के भाषण में पीएम ने कांकरिया झील और अटल ब्रिज से जुड़ी "टिकट राजनीति" को उजागर किया:
कांकरिया झील: पुनर्निर्माण के दौरान टिकट लगाने के फैसले का कांग्रेस ने विरोध किया था, लेकिन आज वही टिकट प्रणाली कांकरिया पर हावी हो गई है।
अटल ब्रिज: उद्घाटन के समय पत्ता तोड़ने वालों के विरोध के कारण मोदी ने टिकट लगाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हमने टिकट लगाए और चुनाव जीते, इसलिए विकास कभी असामाजिक नहीं होता।"
पीएम के मुख्य संदेश:
स्वदेशी अपनाएं: विदेशी उत्पादों का बहिष्कार ऑपरेशन सिंदूर को सफल बनाएगा।
टिकट प्रणाली का महत्व: नागरिक सुविधाओं की स्थिरता के लिए शुल्क आवश्यक है।
विकास की राजनीति: विकास और जनहित के बीच संतुलन जरूरी है।
कार्यक्रम में राज्य के विकास पर जोर दिया गया, जिसमें मोदी ने गुजरात के उदाहरणों के माध्यम से राष्ट्रीय नीतियों को परिभाषित किया।
लेख प्रकाशित | Wed | 28 May 2025 | 9:44 PM

"राजकोट में मां ने बच्चे को छत से फेंकने की कोशिश की, पिता ने समय रहते बचा लिया; वीडियो में दर्दनाक घटना कैद, चीख-पुकार पर ध्यान नहीं दिया!"
राजकोट के गोकुलधाम हाउसिंग स्कीम में 26 मई की शाम को घटी यह घटना वाकई दिल दहला देने वाली है। एक मां ने अपने ही छोटे बच्चे को छत से लटकाने की कोशिश की, लेकिन सौभाग्य से बच्चे के पिता और एक जागरूक नागरिक के समय पर पहुंच जाने से बच्चे की जान बच गई। इस घटना के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
इवेंट विवरण:
1. समय और स्थान:
- यह घटना 26 मई को शाम 7:30 बजे गोकुलधाम हाउसिंग स्कीम, राजकोट में हुई।
- मां (हिंदी भाषी) बच्चे को छत पर ले गई और उसे नीचे लटका दिया।
2. पैदल यात्रियों और पिताओं की सतर्कता:
- नीचे खड़े लोग चिल्लाए, लेकिन मां ने ध्यान नहीं दिया।
- बच्चे के पिता समय पर पहुंचे और बच्चे को सुरक्षित बचा लिया।
- एक राहगीर (गवाह जयेशभाई) ने तत्काल मदद करने का प्रयास किया।
3. माँ का कथन:
- पुलिस को बताया कि उसने यह कृत्य सिर्फ बच्चे को डराने के लिए किया था।
- जानकारी मिली है कि घटना से पहले पड़ोसी से झगड़ा हुआ था, जिसकी जांच चल रही है।
4. सोशल मीडिया और पुलिस जांच:
- घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मालवीयनगर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
- मकान मालकिन शारदाबेन ने परिवार को मकान खाली करने का नोटिस दिया।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- मानसिक स्वास्थ्य: यह घटना मां के मानसिक स्वास्थ्य या तनावपूर्ण स्थितियों की गंभीरता को उजागर करती है।
- पारिवारिक संघर्ष: पति-पत्नी के बीच संबंध या बाहरी दबाव (जैसे लड़ाई) इस तरह के हिंसक व्यवहार को जन्म दे सकते हैं।
- बाल संरक्षण: समाज में बच्चों और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सुरक्षित वातावरण की आवश्यकता पर बल दिया जाता है।
पुलिस और समाज की प्रतिक्रिया:
- पुलिस मां की मानसिक स्थिति, पारिवारिक पृष्ठभूमि और घटना के कारणों की जांच कर रही है।
- इस घटना ने सोशल मीडिया पर जागरूकता फैला दी है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा बढ़ गई है।
निष्कर्ष:
यह घटना न केवल एक अपराध है, बल्कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य, पारिवारिक सहायता और बाल संरक्षण जैसे गंभीर मुद्दों को भी उठाती है। वास्तविक कारण तो पुलिस जांच के बाद ही सामने आएगा, लेकिन ऐसी घटनाएं समय पर हस्तक्षेप और सहायता के लिए प्रणाली को मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित करती हैं।
लेख प्रकाशित | Tue | 27 May 2025 | 9:52 PM

"मोदी के नारे ने विपक्ष को एकजुट किया! दुनिया के सामने पाकिस्तान का पर्दाफाश, भारत की नई जागरूकता - 'अब और सहनशीलता नहीं!'"
भारतीय राजनीति में सर्वदलीय एकता और राष्ट्रीय चेतना को प्रदर्शित करने वाला यह आयोजन सचमुच सराहनीय है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय विपक्षी नेताओं ने भी पाकिस्तानी आतंकवाद की सच्चाई को दुनिया के सामने लाने में सक्रिय भूमिका निभाई, जो भारतीय लोकतंत्र की मजबूती को दर्शाता है।
मुख्य बिंदु:
1. सर्वांगीण एकता:
शशि थरूर (कांग्रेस) और असदुद्दीन ओवैसी (एआईएमआईएम) जैसे विपक्षी नेताओं ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट रुख अपनाया, जो राष्ट्रीय हित के खिलाफ राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार कर देता है।
थरूर ने कहा, "जब भारत की संप्रभुता की बात आती है तो हम एक हैं।"
2. पाकिस्तान की भूमिका पर आरोप:
दोनों नेताओं ने पाकिस्तान पर आतंकवादियों को पनाह देने और प्रशिक्षण देने के आरोपों को खारिज कर दिया।
ओवैसी ने निर्दोष लोगों की हत्या को उचित ठहराने के लिए इस्लाम का दुरुपयोग करने वाले आतंकवादियों की निंदा की।
3. भारत की नई रणनीति:
थरूर ने स्पष्ट किया कि भारत अब "प्रतिक्रिया नहीं, कार्रवाई" की नीति अपनाएगा। ऑपरेशन सिंदूर (बालाकोट हवाई हमला) इसका एक उदाहरण है।
पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे सूची से हटाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
4. अंतर्राष्ट्रीय प्रयास:
7 प्रतिनिधिमंडल विदेश में पाकिस्तान के खिलाफ सबूत पेश कर रहे हैं। विपक्ष ने भी इन प्रयासों का समर्थन किया है।
निष्कर्ष:
यह घटना दर्शाती है कि भारतीय लोकतंत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर आम सहमति बनाई जा सकती है। विपक्ष ने सरकार की विदेश नीति का समर्थन किया है और भारत की अंतर्राष्ट्रीय छवि को मजबूत किया है। पाकिस्तान को आतंकवाद के प्रायोजक के रूप में पहचानने का यह प्रयास भविष्य में भारत की रणनीति के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
लेख प्रकाशित | Mon | 26 May 2025 | 9:56 PM

अहमदाबाद में छोटा तूफान: पीएम मोदी के रोड शो रूट पर बैनर और मंडप क्षतिग्रस्त, तेज हवाएं और बारिश का अनुमान
गुजरात में आज (तारीख के अनुसार) उत्तर गुजरात के जिलों में तेज हवाएं चलने और खराब मौसम की घटनाएं सामने आई हैं। अहमदाबाद, अरावली और साबरकांठा जिलों में तेज हवाओं (41-61 किमी/घंटा) और वर्षा के कारण निम्नलिखित प्रभाव देखे गए हैं:
1. परिवहन प्रभाव: वाहनों की आवाजाही कुछ समय के लिए रुक गई।
2. भवन क्षति: फूस के मकानों की छतें उड़ गईं।
3. पर्यावरण को नुकसान: कई पेड़ उखड़ गये।
मौसम पूर्वानुमान (अगले 3 घंटे):
- उत्तरी गुजरात: बनासकांठा, मेहसाणा, साबरकांठा, अरावली, गांधीनगर, अहमदाबाद, सुरेंद्रनगर, महिसागर, खेड़ा, दाहोद, पंचमहल में मध्यम से भारी बारिश + 41-61 किमी/घंटा की रफ्तार से हवा के साथ आंधी।
- दक्षिण गुजरात: नवसारी, डांग, वलसाड, दमन, दादरा और नगर हवेली में बादल छाए रहेंगे।
- अन्य जिले: पाटन, आनंद, वडोदरा, छोटा उदेपुर, भरूच, नर्मदा, सूरत, तापी में हल्की बारिश और 40 किमी/घंटा तक हवा।
निर्देश:
- तेज हवाओं के संपर्क में आने वाले पेड़ों के नीचे या कमजोर इमारतों के पास खड़े होने से बचें।
- अनावश्यक यात्रा से बचें.
- मौसम विभाग के निरंतर अपडेट की जाँच करें।
लेख प्रकाशित | Sun | 25 May 2025 | 10:20 PM

"वीएस अस्पताल क्लीनिकल ट्रायल घोटाला: एक मरीज को 9 बार भर्ती कराया गया, 2 की मौत - कांग्रेस पार्षद पर आरोप"
अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) द्वारा संचालित वाडीलाल साराभाई (वीएस) जनरल अस्पताल में क्लिनिकल परीक्षणों को लेकर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। कांग्रेस पार्षद राजश्री केसरी ने आरोप लगाया है कि क्लिनिकल ट्रायल के दौरान उमंग जैन और रेफाकत अली सैयद नामक दो मरीजों की मौत के बावजूद एएमसी प्रशासन इससे इनकार कर रहा है। संदेह व्यक्त किया गया है कि इस मामले की जांच की गई है और नियमों का उल्लंघन किया गया है।
मुख्य आरोप:
1. मरीजों की मृत्यु:
उमंग जैन (DADA2 बीमारी से पीड़ित) पर 2023 से 2025 तक 9 से अधिक बार क्लिनिकल ट्रायल से गुजरने का आरोप है। 31 मार्च, 2025 को उनकी मृत्यु हो गई।
रिफाकत अली सैयद के अस्पताल के रजिस्टर में क्लिनिकल परीक्षण और मृत्यु का रिकॉर्ड है।
2. नियमों का उल्लंघन:
एक ही रोगी पर बार-बार परीक्षण: नैतिक दिशानिर्देशों के अनुसार, एक व्यक्ति पर केवल सीमित संख्या में परीक्षण किए जा सकते हैं।
छुपाया गया डेटा: सर्वोच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका में गुजरात सरकार पर क्लिनिकल परीक्षण के डेटा छिपाने का आरोप लगाया गया है।
3. अनियंत्रित परीक्षण:
वीएस अस्पताल में 100 से अधिक मरीजों पर ट्रायल की संभावना।
जोधपुर में संगिनी अस्पताल के साथ अनौपचारिक सहयोग के माध्यम से टाइप 2 मधुमेह जैसी बीमारियों पर असमर्थित परीक्षण।
प्रतिक्रिया और जांच:
एएमसी अधिकारियों ने कहा है कि मौत और मुकदमे के बीच कोई संबंध नहीं है।
सर्वोच्च न्यायालय और राज्य सरकार द्वारा जांच चल रही है, लेकिन निष्पक्षता पर संदेह व्यक्त किया गया है।
चिंता के मुद्दे:
नैतिक दिशानिर्देशों की अनदेखी: रोगी सुरक्षा और सूचित सहमति पर सवाल उठाना।
दवा कम्पनियों की भूमिका: दवा कम्पनियों के निहित स्वार्थ और परीक्षणों में पारदर्शिता का अभाव।
निष्कर्ष:
यह मामला गुजरात में नैदानिक अनुसंधान और मानवाधिकारों के विनियमन पर गंभीर सवाल उठाता है। स्वतंत्र जांच और जवाबदेही आवश्यक है, विशेषकर नाजुक रोगियों के साथ किए जाने वाले प्रयोगों में।
नोट: इस मामले पर आगे की जानकारी सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई और जांच रिपोर्ट पर आधारित होगी।
लेख प्रकाशित | Fri | 23 May 2025 | 9:48 PM

मोदी कल करेंगे डाकोर रेलवे स्टेशन का उद्घाटन: भक्त बोडाना थीम, विशाल पार्किंग और ₹5.88 करोड़ के उन्नयन की झलक
डाकोर रेलवे स्टेशन का नवीनीकरण: एक नज़र
परियोजना का नाम: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत डाकोर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास।
लागत: ₹5.88 करोड़.
उद्घाटन: 22 मई, 2025 (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से)।
स्थान: डाकोर, आनंद-गोधरा लाइन (खेड़ा जिला, गुजरात) पर एक तीर्थ स्थल।
मुख्य विशेषताएं:
1. विकलांगता पहुंच:
विशेष वाहन पार्किंग, रैम्प और अन्य सुविधाएं।
2. महिला यात्रियों के लिए:
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए अलग बैठक कक्ष एवं विशेष व्यवस्था।
3. बच्चों के लिए:
घोड़े और बच्चे के अनुकूल सुविधाएं।
4. भक्ति विषय:
भक्त बोडाना और श्री कृष्ण राधा के भित्ति चित्र, साथ ही गीता के श्लोक भी सजाए गए हैं।
5. ट्रैक अपग्रेडेशन:
एकल लाइन से दोहरी लाइन में रूपांतरण।
6. आरामदायक वातावरण:
3 प्रतीक्षा क्षेत्र (पुरुष, महिला, सामान्य), एसी, पंखे, सफाई, ठंडे पानी की व्यवस्था।
जनता की प्रतिक्रिया:
तीर्थयात्री और स्थानीय लोग नए स्टेशन को लेकर खुश हैं, क्योंकि इसे क्षेत्र के धार्मिक और पर्यटन महत्व को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है।
डाकोर का यह नया रेलवे स्टेशन अब आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ धार्मिक तीर्थस्थल का भी मिश्रण बन गया है, जिससे गुजरात के महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों में से एक डाकोर और अधिक सुविधाजनक हो जाएगा।
लेख प्रकाशित | Wed | 21 May 2025 | 9:54 PM

पीएम मोदी का गुजरात दौरा: 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद 26 को अहमदाबाद में भव्य रोड शो, भुज-नलिया में वायुसेना के दौरे की संभावना
पृष्ठभूमि
"ऑपरेशन सिंदूर" (भारत का साइबर सैन्य अभियान) के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला गुजरात दौरा चर्चा का केंद्र बन गया है। इस दो दिवसीय यात्रा में राष्ट्रीय सुरक्षा, आत्मनिर्भर भारत और गुजरात के विकास पर केंद्रित कार्यक्रम होंगे।
26 मई, 2025: कच्छ और अहमदाबाद
1. कच्छ जिले का दौरा
भुज एयरफोर्स स्टेशन: वायुसेना की ताकत और "ऑपरेशन सिंदूर" में उसकी भूमिका पर चर्चा।
नलिया लैंडमार्क: सीमा सुरक्षा पर ध्यान केन्द्रित करते हुए सैन्य बेस का दौरा।
मताना मढ़ (भुज): स्थानीय लोक संस्कृति को एक श्रद्धांजलि।
2. अहमदाबाद में ऐतिहासिक रोड शो
मार्ग: एयरपोर्ट → ताज सर्किल → इंदिरा ब्रिज (8 किमी).
मुख्य आकर्षण:
ऑपरेशन सिन्दूर का लाइव अवलोकन: ब्रह्मोस मिसाइल के 3डी मॉडल, साइबर युद्ध।
50,000 से अधिक लोग उपस्थित: देशभक्ति के नारे और सांस्कृतिक कार्यक्रम।
भाजपा की खास तैयारी: ट्रैफिक मैनेजमेंट और सड़क के दोनों ओर डिजिटल स्क्रीन।
27 मई, 2025: भुज और दाहोद
1. भुज सार्वजनिक बैठक
स्थान: मिर्जापुर रोड (लगभग 1 लाख लोग)।
प्रमुख बिंदु:
गुजरात में बुनियादी ढांचा और रोजगार योजनाएं।
ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता एवं भविष्य की सुरक्षा रणनीति।
2. दाहोद लोकोमोटिव प्लांट का उद्घाटन
परियोजना की मुख्य विशेषताएं:
₹20,000 करोड़ का निवेश, 10,000 से अधिक नौकरियाँ।
भारत का पहला विद्युत इंजन कारखाना।
प्रधानमंत्री का भाषण: "मेक इन इंडिया" और रेलवे आधुनिकीकरण पर जोर।
विश्लेषण और प्रतिक्रियाएँ
राजनीतिक महत्व: 2024 के लोकसभा परिणामों के बाद गुजरात में पीएम की पहली सार्वजनिक उपस्थिति।
सुरक्षा संदेश: "ऑपरेशन सिंदूर" के माध्यम से भारत की साइबर सैन्य शक्ति का प्रदर्शन।
सार्वजनिक आकर्षण: रोड शो और दाहोद संयंत्र का लक्ष्य युवा और उद्योगपति हैं।
स्थानीय तैयारियाँ
भाजपा टीम: प्रफुल्ल पनसेरिया और विनोद चावड़ा प्रमुख भूमिका में हैं।
सुरक्षा व्यवस्था: गुजरात पुलिस और एनएसजी की विशेष टीमों की तैनाती।
मीडिया कवरेज: भारत और विदेश से 500 से अधिक पत्रकारों का पंजीकरण।
निष्कर्ष
यह यात्रा गुजरात के गौरव और भारत की सुरक्षा शक्ति का प्रतीक है। दाहोद कारखाने जैसी बड़ी परियोजनाओं के माध्यम से गुजरात एक औद्योगिक केंद्र के रूप में उभरेगा।
मुख्य बातें:
सुरक्षा और विकास का गुजरात मॉडल।
ऑपरेशन सिंदूर की एक झलक के माध्यम से देशभक्ति का जोश।
लेख प्रकाशित | Tue | 20 May 2025 | 9:16 PM

कोरोना के JN.1 वैरिएंट की चेतावनी: सिंगापुर में 14,000 नए मामले, भारत में 93 मरीज; चीन-थाईलैंड में अलर्ट
कुछ एशियाई देशों में कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। सिंगापुर, हांगकांग, चीन और थाईलैंड में नए मामलों की संख्या बढ़ रही है।
सिंगापुर में मामलों में 28% की वृद्धि
सिंगापुर में 1 मई से 19 मई के बीच 3,000 नए मामले सामने आए, जबकि अप्रैल के अंतिम सप्ताह में यह संख्या 11,100 थी। इस प्रकार, यहां मामलों में 28% की वृद्धि हुई है। हालाँकि, भारत में वर्तमान में केवल 93 सक्रिय मामले हैं।
हांगकांग में मरने वालों की संख्या
जनवरी से अब तक हांगकांग में 81 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 30 लोगों की मौत हो चुकी है।
चीन और थाईलैंड में अलर्ट
चीन में कोविड परीक्षण कराने वाले मरीजों में मामले दोगुने हो गए हैं।
थाईलैंड के दो क्षेत्रों में भी मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है।
ओमिक्रॉन जेएन.1 और उसके उप-संस्करणों (केपी.2, केपी.3, एलएफ7, एनबी1.8) का नया संस्करण
JN.1 वैरिएंट BA.2.86 का उप-वैरिएंट है, जिसे पहली बार अगस्त 2023 में खोजा गया था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसे "वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट" घोषित किया गया है।
इसमें लगभग 30 उत्परिवर्तन हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करते हैं।
अमेरिका के जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार, जेएन.1 अधिक आसानी से फैलता है, लेकिन कम गंभीर होता है।
लक्षण: कुछ दिनों से लेकर सप्ताहों तक रह सकते हैं। यदि यह लंबे समय तक चलता है, तो लॉन्गकोविड की संभावना है।
सलाह
बूस्टर खुराक लेने की सलाह दी जाती है।
गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों की मृत्यु दर बढ़ सकती है।
निष्कर्ष: हालांकि नए वेरिएंट अधिक खतरनाक नहीं हैं, लेकिन वे कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए खतरनाक हैं। सरकारें सतर्क हो रही हैं।
लेख प्रकाशित | Mon | 19 May 2025 | 9:42 PM

पंजाब में PAK का रैकेट: फिरोजपुर में ड्रोन हमला, करतारपुर के पास धमाका; "3 घायल"
पंजाब के सीमावर्ती जिलों में पाकिस्तानी ड्रोन हमले और ब्लैकआउट गंभीर चिंता का विषय हैं। मुख्य बिंदुओं का सारांश इस प्रकार है:
1. आक्रमण क्षेत्र:
पाकिस्तानी ड्रोन ने फिरोजपुर, फाजिल्का, अमृतसर, तरनतारन, होशियारपुर, गुरदासपुर और पठानकोट पर हमला किया। भारतीय सेना ने घुसपैठ करने वाले ड्रोनों को आसमान में ही बेअसर करने की कोशिश की।
2. क्षति और घातक परिणाम:
फिरोजपुर के खाई सेमे गांव में एक ड्रोन के एक घर पर गिरने से आग लग गई, जिसमें 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गुरदासपुर (करतारपुर कॉरिडोर के पास) में एक बड़ा विस्फोट हुआ, जिसका विवरण अभी भी स्पष्ट नहीं है।
3. विस्तारित ब्लैकआउट:
हमलों के साथ ही 11 जिलों (पठानकोट, अमृतसर, फाजिल्का, बठिंडा सहित) में जानबूझकर बिजली काट दी गई, जिससे संवेदनशील सीमावर्ती इलाके अंधेरे में डूब गए।
4. पाकिस्तान की हरकतें:
पाकिस्तान लगातार ड्रोन भेज रहा है, जो भारतीय सुरक्षा बलों के लिए चुनौती है। इन हमलों का उद्देश्य शांति भंग करना तथा लोगों में भय फैलाना प्रतीत होता है।
पृष्ठभूमि:
अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर ड्रोन हमलों की घटनाएं बढ़ रही हैं। भारतीय सरकार और सेना को इस मुद्दे पर कड़ी निगरानी और जवाबी कार्रवाई करने की जरूरत है। लोगों को सुरक्षित रखना और सूचना पारदर्शिता बनाए रखना आवश्यक है।
नोट: यदि आपको अपने क्षेत्र में कोई अनियमितता नजर आए तो तुरंत स्थानीय प्राधिकारियों को सूचित करें। सतर्क और शांत रहना महत्वपूर्ण है।
(स्रोत: स्थानीय समाचार मीडिया और आधिकारिक सरकारी घोषणाओं पर आधारित)
लेख प्रकाशित | Fri | 09 May 2025 | 10:06 PM

पाकिस्तान ने जम्मू हवाई अड्डे को निशाना बनाने के प्रयास में आत्मघाती ड्रोन से हमला किया। भारतीय वायुसेना की एस-400 मिसाइल प्रणाली ने सभी ड्रोनों को मार गिराया।
पाकिस्तान-भारत सीमा पर तनाव: मुख्य बिंदु
1. पाकिस्तानी ड्रोन हमला और भारतीय प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने रात 8 बजे जम्मू में आत्मघाती ड्रोन से हमला किया, जिसे भारतीय वायुसेना के एस400 डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया।
जम्मू में बिजली काट दी गई, जबकि आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी जारी है।
2. सीमावर्ती राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था
पंजाब, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान (बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर) में रात्रिकालीन ब्लैकआउट लागू है। श्रीगंगानगर जैसे जिलों में ड्रोन और आतिशबाजी पर प्रतिबंध है।
3. भारत का जवाबी हमला
भारत ने पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली (लाहौर, सियालकोट, कराची) को नष्ट करने के लिए इज़रायली हार्पी ड्रोन का इस्तेमाल किया।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत 6 मई की रात को भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जहां 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए।
4. युद्ध की वर्तमान स्थिति
पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर (विशेषकर कुपवाड़ा, उरी, पुंछ क्षेत्रों में) गोलीबारी जारी रखे हुए है।
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत की कार्रवाई सिर्फ आतंकी ठिकानों तक ही सीमित है।
सारांश
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव अपने चरम पर है। भारत ने एस400 प्रणाली से पाकिस्तानी ड्रोन/मिसाइल हमलों को विफल किया है, जबकि अपनी ओर से उसने ड्रोन से पाकिस्तानी रक्षा प्रणालियों को नष्ट किया है। दोनों देशों के सीमावर्ती क्षेत्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है।
लेख प्रकाशित | Thu | 08 May 2025 | 9:18 PM

गुजरात के 19 शहरों में बुधवार को ब्लैकआउट और सायरन बजेगा: शाम 4 से 8 बजे तक मॉक ड्रिल, शाम 7.30 से 8 बजे तक ब्लैकआउट
कल भरूच जिले में रक्षा मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट ड्रिल आयोजित की जाएगी।
मुख्य जानकारी:
1. मॉकड्रिल स्थान:
- अंकलेश्वर: ओएनजीसी में
- भरूच: जीएनएफसी में
- दाहेज: बिड़ला कॉपर कंपनी में
- समय: सायं 4:00 बजे से
2. ब्लैकआउट ड्रिल:
- समय: सायं 7:45 से 8:15 बजे तक (30 मिनट)
- प्रक्रिया:
- लोगों को 2 मिनट पहले सायरन बजाकर चेतावनी दी जाएगी।
- लोगों को सभी लाइटें बंद कर देनी चाहिए।
- सायरन बजने से 1 मिनट पहले, आपसे लाइट चालू करने के लिए कहा जाएगा।
- अपवाद: ब्लैकआउट अस्पतालों पर लागू नहीं होता है।
3. अन्य निर्देश:
- लोगों को बिना कारण बाहर नहीं निकलना चाहिए।
- उद्योगों में कारोबार बंद किए बिना ब्लैकआउट लागू किया जाना चाहिए।
- रोशनी को रोकने के लिए कांच के पर्दे बंद कर दें।
गुजरात के अन्य जिलों में भी इस तरह के अभ्यास किए गए:
- गुजरात के 18 जिलों में इस तरह की मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है।
- इसी प्रकार का अभ्यास (7:45 से 8:15 बजे तक) भावनगर में भी आयोजित किया जाएगा।
यह अभ्यास राज्य सरकार द्वारा युद्धकालीन तैयारी और जागरूकता के लिए आयोजित किया जाता है।
लेख प्रकाशित | Tue | 06 May 2025 | 7:57 PM

MP के मंदसौर में 12 लोगों की जान गई: वैन बाइक से टकराकर सीधे कुएं में गिरी; बचाव कार्य में जुटे ग्रामीण की जहरीली गैस से मौत
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई। घटना रविवार दोपहर 1:15 बजे नारायणगढ़ पुलिस स्टेशन के पास बूढ़ा-टकरावत पुल पर घटी। कार्यक्रम का विवरण: - एक ईको वैन और बाइक के बीच टक्कर हो गई, जिसके कारण वैन कुएं में गिर गई। - मृतकों में बाइक सवार गोबर सिंह (निवासी आबाखेड़ी) और गांव का मनोहर सिंह शामिल हैं, जो कुएं से लोगों को बचाने के लिए उतरे थे। -एसडीईआरएफ टीम ने कुएं से शव बरामद किए। क्रेन की मदद से वैन को बाहर निकाला गया। - **3 साल की बच्ची समेत 4 घायलों को बचाकर मंदसौर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।** वैन में सवार लोग: वैन में 12 से अधिक लोग सवार थे, जो उज्जैन जिले के उन्हेल से नीमच जिले के मनसा अंतरी माता मंदिर में दर्शन करने जा रहे थे। यह घटना गंभीर एवं दुःखद है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा जांच जारी है।
लेख प्रकाशित | Sun | 27 Apr 2025 | 9:08 PM

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले में तीन गुजरातियों की मौत की खबर से राज्य में शोक की लहर है। भावनगर से पिता-पुत्र के पार्थिव शरीर कुछ ही मिनटों में अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहां हर्ष सांघवी का परिवार उनका इंतजार कर रहा है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला: 3 गुजरातियों समेत 27 लोगों की मौत
कार्यक्रम का सारांश:
22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में गुजरात के तीन नागरिकों (भावनगर के एक पिता-पुत्र और सूरत का एक युवक) समेत 27 लोगों की मौत हो गई थी। शवों को 23 अप्रैल को श्रीनगर से गुजरात लाया गया।
गुजरात सरकार की कार्रवाई:
1. शवों की वापसी यात्रा:
भावनगर के दो मृतकों और उनके चार रिश्तेदारों को अहमदाबाद से विमान द्वारा लाया गया और सड़क मार्ग से भावनगर ले जाया गया।
सूरत से एक युवक का शव दिल्ली होते हुए सूरत भेजा गया।
17 अन्य गुजराती पर्यटकों को सुरक्षित रूप से विमान से श्रीनगर से मुंबई वापस भेज दिया गया।
2. मुख्यमंत्री की संवेदना:
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मृतकों के परिजनों से मिलने और संवेदना व्यक्त करने भावनगर जाएंगे।
3. हेल्पलाइन:
जम्मू और कश्मीर पर्यटन ने गुलमर्ग में एक नियंत्रण कक्ष शुरू किया है। पर्यटक निम्नलिखित नंबर पर संपर्क कर सकते हैं:
हेल्पलाइन नंबर: [प्रासंगिक नंबर जोड़ें].
मृतकों की सूची:
शैलेशभाई हिम्मतभाई कलथिया (सूरत)
यतीशभाई सुधीरभाई परमार (भावनगर)
स्मित यतीशभाई परमार (भावनगर)
कार्यक्रम का विवरण:
यह हमला 22 अप्रैल को अपराह्न 3 बजे हुआ।
वहां गुजरात से 25 पर्यटकों का एक समूह आया हुआ था। एसईओसी (राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र) और स्थानीय पुलिस ने तुरंत समन्वय किया।
नोट: गुजरात सरकार और केंद्र आतंकवादी घटनाओं की कड़ी निंदा करते हैं। पीड़ित परिवारों को राज्य सरकार द्वारा पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया गया है।
स्रोत: गुजरात सरकार का आधिकारिक ब्यूरो और एसईओसी, गांधीनगर।
लेख प्रकाशित | Wed | 23 Apr 2025 | 9:03 PM

वक्फ बोर्ड में बैठे ट्रस्टियों की धोखाधड़ी:अहमदाबाद में 100 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी का 20 साल का किराया कलेक्शन बोर्ड में जमा नहीं कराया, 100 मकान 8 हजार रुपए में किराए पर दिए
अहमदाबाद के जमालपुर में वक्फ बोर्ड की जमीन पर अवैध कब्जा कर लाखों रुपये का किराया वसूलने का अपराध
अहमदाबाद के जमालपुर इलाके में कांच की मस्जिद और शाह बड़ा कसम ट्रस्ट की जमीन पर ट्रस्टी न होते हुए भी सलीम खान समेत पांच लोगों पर वक्फ बोर्ड और एएमसी की जमीन पर अवैध रूप से दुकानें और मकान बनाकर लाखों रुपए का किराया वसूलने का आरोप है। आरोपियों ने गलत पहचान बताकर वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में रहने वाले लोगों से किराया लिया था।
मुख्य आरोप:
1. स्कूल की जमीन पर अवैध दुकानें:
वक्फ बोर्ड द्वारा एएमसी को स्कूल बनाने के लिए दी गई जमीन पर 2001 में आए भूकंप के बाद स्कूल की हालत खराब हो गई थी, लेकिन आरोपियों ने नया स्कूल बनाने की बजाय वहां अवैध दुकानें खोल दीं।
सलीम खान ने "सोदागर कंस्ट्रक्शन" नाम से अपना कार्यालय खोला, जबकि बाकी दुकानें किराए पर दे दीं।
किराये की आय को ट्रस्ट या एएमसी खाते में जमा करने के बजाय, उन्होंने इसका इस्तेमाल निजी लाभ के लिए किया।
2. ट्रस्ट की संपत्ति पर अनधिकृत कब्ज़ा:
ट्रस्टी न होने के बावजूद आरोपियों ने लगभग 100 संपत्तियों (मकान, दुकान, फ्लैट) पर कब्जा कर लिया और प्रति मकान 5,000 से 8,000 रुपये तथा प्रति दुकान 10,000 रुपये किराया वसूला।
शाह ने बड़ा कसम ट्रस्ट के दानपात्र से प्राप्त 50,000 रुपये की मासिक आय का भी निजी उपयोग किया।
3. झूठे दस्तावेज और धोखाधड़ी:
सलीम खान ने 23 जुलाई 2024 को झूठा हलफनामा दाखिल करके खुद को वक्फ बोर्ड में ट्रस्टी के रूप में नियुक्त कराने की कोशिश की।
गायकवाड़ हवेली पुलिस स्टेशन ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अभियुक्तों की सूची:
1. सलीम खान पठान
2. मोहम्मद यासिर शेख
3. महमूद खान पठान
4. फैज़ मोहम्मद जोबदार
5. शाहिद अहमद शेख
पुलिस जांच:
जोन 3 के डीसीपी भरत राठौड़ के अनुसार आरोपी 20 साल से 100 करोड़ रुपये की संपत्ति पर अवैध किराया वसूल रहे थे।
पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
निष्कर्ष:
इस मामले में वक्फ बोर्ड, एएमसी और ट्रस्ट की संपत्ति का दुरुपयोग, जाली दस्तावेज और लाखों रुपये की अवैध वसूली जैसे गंभीर आरोप हैं। पुलिस की जांच अभी जारी है और भविष्य में आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा सकती है।
लेख प्रकाशित | Sun | 20 Apr 2025 | 8:52 PM

2 कारों में टक्कर के बाद लगी आग, मां-बेटी समेत 4 की मौत: राजकोट में सरदार-भड़ला रोड पर ऑल्टो और होंडा सिटी की टक्कर में भीषण हादसा, तीन लोग घायल
राजकोट के सरदार भड़ला रोड पर दो कारों के बीच हुई भीषण टक्कर में 4 लोगों की मौत हो गई और 3 घायल हो गए। यह दुखद घटना शाम 4 बजे घटी।
कार्यक्रम का विवरण:
कार दुर्घटना: ऑल्टो और होंडा सिटी कार के बीच भीषण टक्कर हो गई।
आग की घटना: टक्कर के तुरंत बाद आग लग गई, जिससे दोनों कारें लपटों में घिर गईं।
मृत्यु: चार लोग (जिनमें एक मां और बेटी भी शामिल हैं) मारे गए।
घायल: तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मृतकों की सूची:
1. निरुबेन अतुलभाई मकवाना (35 वर्ष, गोंडल निवासी)
2. हेतवी अतुलभाई मकवाना (3 वर्ष, गोंडल निवासी)
3. हेमांशी शाहिल सरवैया (22 वर्ष, निवासी गोंडल)
4. मित अशोकभाई सकारिया (12 वर्ष, गोंडल निवासी)
घायलों की सूची:
1. शाहिल सरवैया (22 वर्ष)
2. हिरेन अतुल मकवाना (15 वर्ष)
3. नितुबेन अशोकभाई सकारिया (40 वर्ष)
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:
पीड़ित गोंडल के निवासी थे और भंडारिया गांव में एक शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे।
ऑल्टो कार में कुल 8 लोग सवार थे, जिनमें से 4 की मौत हो गई और 3 घायल हो गए।
घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे।
मामले की जांच एसीपी राधिका भाराई द्वारा की जा रही है।
इस दुखद घटना से पूरा परिवार शोक में है। आशा है कि घायलों को शीघ्र उपचार मिलेगा तथा मृतकों के परिजनों को उचित न्याय मिलेगा।
लेख प्रकाशित | Sat | 19 Apr 2025 | 8:44 PM

बीजापुर में मुस्लिम समुदाय का विरोध प्रदर्शन: वक्फ बिल और समान नागरिक संहिता के खिलाफ जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन
बीजापुर में मुस्लिम समुदाय ने वक्फ बिल और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया
विजापुर: केंद्र सरकार द्वारा संसद में पेश किए गए वक्फ विधेयक और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के फैसले का मुस्लिम समुदाय ने कड़ा विरोध किया है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हजारों मुसलमान चक्कर इलाके में एकत्र हुए और प्रदर्शन किया।
बड़े पैमाने पर प्रदर्शन, नेताओं और युवाओं की भागीदारी
इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में मस्जिदों, मदरसा ट्रस्टियों, उलेमाओं और शहर के मुस्लिम युवा शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए, "वक्फ विधेयक वापस लो!", "समान नागरिक संहिता असंवैधानिक है!", "शरिया में हस्तक्षेप बंद करो!" उन्होंने नारे लगाए.
मुख्य मांगें:
1. वक्फ विधेयक को वापस लेना – मुस्लिम नेताओं का आरोप है कि सरकार इस विधेयक के माध्यम से वक्फ संपत्तियों के प्रशासन में अनावश्यक हस्तक्षेप कर रही है। उनका कहना है कि "वक्फ संपत्ति मुस्लिम समुदाय की है और गैर-मुस्लिमों की इसके प्रबंधन में कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए।"
2. समान नागरिक संहिता का विरोध - मुस्लिम समुदाय का मानना है कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) शरिया कानून में हस्तक्षेप करती है और उनके धार्मिक अधिकारों को नुकसान पहुंचाती है।
3. शरिया में कोई बदलाव नहीं होना चाहिए - नेताओं ने कहा कि "सरकार को मुसलमानों के पर्सनल लॉ (शरिया) में बदलाव करने का कोई अधिकार नहीं है।"
अगले कदम:
मुस्लिम नेताओं ने सरकार को एक याचिका प्रस्तुत करने का निर्णय लिया है तथा आवश्यकता पड़ने पर कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए अपनी तत्परता की घोषणा की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि "हम शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन हम अपने अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे।"
लेख प्रकाशित | Fri | 18 Apr 2025 | 9:18 PM

राजकोट में सिटी बस ने 4 लोगों को कुचला: कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी, लोग सड़कों पर उतरे, दुर्घटना के बाद ड्राइवर की पिटाई, तोड़फोड़ और जाम के दृश्य
गुजरात में बढ़ती अपराध दर और पुलिस व्यवस्था में घटता विश्वास गंभीर चिंता का विषय है। राजकोट शहर बस दुर्घटना जैसी घटनाओं में निर्दोष नागरिकों की मौत से जनता में आक्रोश फैल जाता है, तथा पुलिस प्रशासन के प्रति असंतोष और अधिक स्पष्ट हो जाता है।
प्रमुख बिंदु:
1. पुलिस प्रशासन पर अविश्वास: घटनाओं के बाद उच्च पदस्थ अधिकारियों द्वारा दी गई "पुलिस को न छोड़ने" की गारंटी अब जनता को खोखली लगती है।
2. जन आक्रोश: राजकोट में गुस्साए लोगों ने एक बस चालक की पिटाई कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया, जिससे पता चलता है कि लोगों का न्याय प्रणाली पर से विश्वास उठ गया है।
3. व्यवस्थागत विफलता: सूरत, अहमदाबाद और राजकोट जैसे शहरों में अपराध दर लगातार बढ़ने के बावजूद पुलिस व्यवस्था में कोई सुधार नहीं दिख रहा है।
क्या किया जाए?
शीघ्र न्यायिक प्रक्रिया: अपराधियों को शीघ्र सजा दिलाने के लिए सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।
पुलिस सुधार: जनता का विश्वास जीतने के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही की प्रणाली लागू करना।
सामाजिक जागरूकता: लोगों को कानून अपने हाथ में लेने के बजाय पुलिस प्रशासन के साथ सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना।
निष्कर्ष:
राजकोट की घटना तो बस एक उदाहरण है। गुजरात सरकार और पुलिस विभाग को जनता का विश्वास बहाल करने के लिए गंभीर कदम उठाने चाहिए, अन्यथा "विकसित गुजरात" की छवि धूमिल हो जाएगी।
लेख प्रकाशित | Wed | 16 Apr 2025 | 8:26 PM

गुजरात के समुद्र में 1800 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त:भारतीय गश्ती दल को देख पाकिस्तानी नाविकों ने फेंकी ड्रग्स, ATS जांच में ड्रग भेजने वाले का नाम फिर सामने आया
12-13 अप्रैल की रात को भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) और गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) द्वारा गुजरात के तट पर एक बड़ा ड्रग्स सतह ऑपरेशन चलाया गया। पोरबंदर से 190 किमी. अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के पास एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव से 1,800 करोड़ रुपये मूल्य का 311 किलोग्राम मादक पदार्थ (मुख्य रूप से हेरोइन) जब्त किया गया है।
महत्वपूर्ण विवरण:
ऑपरेशन: पाकिस्तानी ड्रग माफिया ने गुजरात तट पर ड्रग्स पहुंचाने की योजना बनाई थी, जिसका एक हिस्सा तमिलनाडु भेजा जाना था।
पाकिस्तानी नाव का युद्धाभ्यास: तटरक्षक बल द्वारा पीछा किए जाने पर, पाकिस्तानी नाविकों ने समुद्र में ड्रग्स के ड्रम फेंककर और आईएमबीएल को पार करके भागने की कोशिश की। लेकिन, आईसीजी और एटीएस टीम ने डूबते ड्रम बरामद कर लिए और 311 पैकेट (311 किलोग्राम) जब्त कर लिए।
पहले से ज्ञात व्यक्ति: इस ड्रग सप्लाई में शामिल व्यक्ति का नाम गुजरात एटीएस की पिछली जांच में भी सामने आया था।
गुजरात एटीएस की पिछली सफलताएं:
2018 से, गुजरात एटीएस और तटरक्षक बल ने 5,400 किलोग्राम ड्रग्स (मूल्य लगभग ₹10,000 करोड़) जब्त किया है, जिनमें शामिल हैं:
77 पाकिस्तानी, 34 ईरानी और 2 नाइजीरियाई मछली पकड़ने वाली नौकाओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
यह कार्रवाई गुजरात पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की संयुक्त नियंत्रण रणनीति की सफलता को दर्शाती है। इस मामले में अब आगे की जांच चल रही है।
लेख प्रकाशित | Mon | 14 Apr 2025 | 9:39 PM

मुख्य आरोपी मोहम्मद सरवर, जो फरार था और पुलिस को हथियार दिखाकर डरा रहा था, को गिरफ्तार कर लिया गया।
चार महीने पहले (18 दिसंबर 2024) अहमदाबाद के बापूनगर और रखियाल इलाकों में भीषण आतंकवादी घटना घटी थी, जिसमें मोहम्मद सरवर उर्फ कड़वा के नेतृत्व में असामाजिक तत्वों ने सार्वजनिक सड़कों पर हथियार लहराए और आतंक मचाया था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें आरोपियों ने पुलिस को हथियार दिखाकर धमकाया और उन्हें जबरन गाड़ी में बैठा लिया।
1. मुख्य आरोपी गिरफ्तार:
क्राइम ब्रांच ने लंबी तलाश के बावजूद फरार चल रहे मुख्य आरोपी मोहम्मद सरवर (कड़वा) को गिरफ्तार कर लिया है।
उनके खिलाफ दंगा, आपराधिक उपद्रव (गुजएसआईटीओसी) और हथियारों से हमला समेत 22 आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
2. घटना का पुनर्निर्माण:
पुलिस आरोपी को घटनास्थल पर ले गई, उसे हथकड़ी लगाई और मौके पर पहचान कराई।
आरोपी को उसी स्थान पर गिरफ्तार किया गया जहां उसने पुलिस को धमकी दी थी, तथा पुलिस की दमनकारी क्षमताओं को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करने का प्रयास किया था।
3. अन्य गिरफ्तारियां:
घटना के तुरंत बाद समीर चिकना, महबूब मिया शेख, अल्ताफ शेख और फैजल शेख सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
कार्यक्रम का सारांश:
दिनांक: 18 दिसंबर 2024 (रात)
स्थान: बापूनगर और रखियाल (अहमदाबाद)
अभियुक्तों की गतिविधियां: सार्वजनिक रूप से हथियार लहराकर लोगों को धमकाना, उन्हें जबरदस्ती पुलिस की गाड़ी में बैठाना और उन्हें गाड़ी चलाकर भाग जाने के लिए कहना।
पुलिस की प्रतिक्रिया: त्वरित जांच के बाद मामला दर्ज किया गया और सख्त कार्रवाई की गई।
पुलिस कार्रवाई का प्रभाव:
आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें घटनास्थल पर ले जाकर घटना को दोहराने की प्रक्रिया से असामाजिक तत्वों को स्पष्ट संदेश जाता है कि पुलिस ऐसे अपराधों को बर्दाश्त नहीं करेगी। यह मामला गुजएसआईटीओसी (गुजरात विशेष जांच दल) से जुड़ा है, जो गंभीर अपराधों के लिए एक विशेष दल है।
नोट: चूंकि आरोपी कड़वा के खिलाफ पहले से ही कई अपराध दर्ज हैं, इसलिए पुलिस इस बार उसे जमानत नहीं देने की योजना बना रही है।
लेख प्रकाशित | Sun | 13 Apr 2025 | 9:32 PM

अमेरिकी बाजार दिन के उच्चतम स्तर से 5% नीचे बंद हुआ: तीन दिनों में डाउ जोंस में 11% की गिरावट, चीन पर 104% टैरिफ लगाए जाने से गिरावट
अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट और वैश्विक प्रतिक्रिया (8 अप्रैल, 2024)
प्रमुख बिंदु:
चीन पर 104% टैरिफ लगाने के अमेरिका के फैसले के परिणामस्वरूप अमेरिकी शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन गिरावट आ रही है।
डॉव जोन्स 0.84% (320 अंक) गिरकर 37,645 पर आ गया, एसएंडपी 500 1.57% गिर गया और नैस्डैक 2.15% (335 अंक) गिर गया।
डॉव जोन्स ने 4 दिनों में 11% की गिरावट दिखाई, जिसमें मंगलवार को सिर्फ 1 दिन में 10% की गिरावट भी शामिल है।
एनवीडिया, जेपी मॉर्गन, बोइंग जैसे शेयरों में 8% तक की बढ़ोतरी हुई, लेकिन इक्विटी बाजार दबाव में रहा।
एशियाई बाजारों में सुधार:
जापान (निक्केई): +6.03%
भारत (सेंसेक्स): +1.55% (74,273), निफ्टी: +1.69% (22,535)
हांगकांग (हैंग सेंग): +1.51%, चीन (शंघाई): +1.58%
दक्षिण कोरिया (कोस्पी): +0.26%
कल (7 अप्रैल) अमेरिकी और वैश्विक बाजार:
अमेरिका में, डाऊ जोन्स में 0.91% की गिरावट आई, जबकि नैस्डैक में 0.09% की वृद्धि हुई।
एशिया में बड़ी गिरावट: हांगकांग 13.22%, जापान 7.83%, चीन 7.34%।
यूरोप में भी गिरावट: जर्मनी (DAX) 4.26%, यूके (FTSE 100) 4.38%।
सारांश:
टैरिफ वृद्धि का प्रभाव अमेरिकी बाजारों पर जारी है, लेकिन एशियाई बाजारों में स्थिरता स्पष्ट दिखाई दे रही है। भारतीय बाजारों में मजबूत वृद्धि देखी गई है।
लेख प्रकाशित | Wed | 09 Apr 2025 | 9:24 PM

प्रदेश में 182 पीएसआई के तबादले: सोमवार को अस्थाई पदोन्नति आदेश जारी होने के बाद आज तबादला आदेश जारी, जानिए किसे कहां किया गया पदस्थापित
प्रदेश में पुलिस विभाग में पदोन्नति प्रक्रिया: 182 उपनिरीक्षकों के तबादले, 33 पीएसआई को पीआई के पद पर अस्थाई पदोन्नति
गांधीनगर, 9 अप्रैल 2024
राज्य पुलिस विभाग में एक साथ बड़ी संख्या में पदोन्नतियां एवं स्थानांतरण किए गए हैं। सोमवार को 33 पुलिस उपनिरीक्षकों (पीएसआई) को अस्थाई रूप से पुलिस निरीक्षक (पीआई) के पद पर पदोन्नत किए जाने के बाद गुरुवार (8 अप्रैल) को राज्य के विभिन्न जिलों में कार्यरत 182 नि:शस्त्र पुलिस उपनिरीक्षकों के स्थानांतरण आदेश जारी किए गए।
1. अस्थायी पदोन्नति:
33 पीएसआई अधिकारियों को अस्थायी रूप से "प्रभारी" के रूप में पीआई के पद पर पदोन्नत किया गया है।
ये पदोन्नतियां आमतौर पर किसी आवश्यक पद को भरने या परिचालन को सुचारू बनाने के लिए की जाती हैं। इन पदों को स्थायी बनाने के लिए परीक्षा या पुनर्नियुक्ति प्रक्रिया चल रही हो सकती है।
2. स्थानांतरण प्रक्रिया:
182 उपनिरीक्षकों को राज्य के विभिन्न जिलों में स्थानांतरित किया गया है।
"निहत्थे" से संकेत मिलता है कि ये अधिकारी प्रशासनिक, यातायात या विशेष इकाइयों में काम करते हैं (अग्रिम पंक्ति में सशस्त्र ड्यूटी पर नहीं)।
स्थानांतरण सूची संलग्न है, जिसमें अधिकारियों के नाम और नई पदस्थापना का विवरण है।
पदोन्नति और स्थानांतरण के पीछे कारण:
प्रबंधन सुधार: पुलिस विभाग में संचालन और नीतियों को प्रभावी बनाना।
प्रदर्शन प्रबंधन: सक्रिय अधिकारियों को प्रोत्साहित करना और खराब प्रदर्शन करने वालों में बदलाव लाना।
निष्पक्षता: चुनाव या संवेदनशील अवधि के दौरान तटस्थता बनाए रखना।
जिलों में संतुलन: कुछ जिलों में स्टाफिंग संबंधी बाधाओं को दूर करना।
महत्वपूर्ण नोट:
अस्थायी रूप से पदोन्नत पीआई अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी जा सकती हैं, तथा उनके कार्यनिष्पादन का मूल्यांकन किया जा सकता है।
स्थानांतरित अधिकारियों को निर्धारित समय के भीतर नई तैनाती स्थल पर रिपोर्ट करना अनिवार्य होगा।
लोगों और अधिकारियों की प्रतिक्रिया:
कुछ अधिकारियों ने इस परिवर्तन को एक नियमित प्रशासनिक कार्रवाई बताया है।
इस अस्थायी पदोन्नति से युवा अधिकारियों में उत्साह पैदा हो गया है।
नोट: तबादलों की पूरी सूची पुलिस मुख्यालय या संबंधित जिला कार्यालयों में घोषित कर दी गई है। अधिक अपडेट के लिए जुड़े रहें।
लेख प्रकाशित | Tue | 08 Apr 2025 | 9:13 PM

स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल समाप्त: आंदोलन 3 महीने के लिए स्थगित, मांगों पर विचार करेगी सरकार, कर्मियों को काम पर लौटने का आदेश
गांधीनगर में स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल स्थगित
17 मार्च से चल रही स्वास्थ्यकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज (रविवार) समाप्त हो गई। राज्य स्वास्थ्य कर्मचारी महासंघ ने सभी कर्मचारियों को तत्काल ड्यूटी पर लौटने का आदेश जारी किया है।
मुख्य बिंदु:
1. हड़ताल स्थगित: 33 जिलों के प्रतिनिधियों, महासचिवों और मुख्य संयोजकों की संयुक्त बैठक में हड़ताल को 3 महीने के लिए स्थगित करने का निर्णय लिया गया है।
2. सरकार से बातचीत: इस अवधि के दौरान सरकार कर्मचारियों की मांगों (ग्रेड पे, नौकरी की शर्तें आदि) पर निर्णय लेगी।
3. एस्मा के तहत कार्रवाई: हड़ताल के दौरान सरकार ने एस्मा (आपातकालीन सेवा अधिनियम) लागू कर 2,100 से अधिक कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया। फेडरेशन को उम्मीद है कि सरकार इस मुद्दे पर सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार दिखाएगी।
4. आगामी कार्रवाई: 3 माह के भीतर सरकार की ओर से कोई सकारात्मक निर्णय नहीं होने पर पुनः हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी गई है।
कर्मचारियों के लिए निर्देश:
- सभी कर्मचारियों को तुरंत ड्यूटी पर लौटना चाहिए और अपनी उपस्थिति की सूचना संबंधित प्राधिकारियों को देनी चाहिए।
- आदेश का पालन न करने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध की गई किसी भी कार्रवाई के लिए महासंघ जिम्मेदार नहीं होगा।
नोट: इस निर्णय के बाद सरकार और महासंघ के बीच चल रही बातचीत निर्णायक हो जाएगी। यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन फिर शुरू हो सकता है।
लेख प्रकाशित | Mon | 07 Apr 2025 | 9:28 PM

गुजरात में जगह-जगह निकाली गई भगवान राम की भव्य शोभायात्रा: वडोदरा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे, सूरत में सीपी ने खींचा रथ; अहमदाबाद में हाथी की तबीयत बिगड़ने के कारण यात्रा एक घंटे के लिए रोकी गई
आज गुजरात में भगवान राम की जयंती का भव्य उत्सव मनाया गया। रामनवमी के पावन अवसर पर राज्य भर के मंदिर भक्तिमय पूजा-अर्चना और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सराबोर रहे।
अहमदाबाद में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा 7 किलोमीटर लंबा जुलूस निकाला गया। यह जुलूस प्रेम दरवाजा, दरियापुर और शाहपुर जैसे क्षेत्रों से गुजरते हुए अपने सात किलोमीटर के मार्ग पर भक्ति और उत्साह की लहर फैला रहा था। वडोदरा में भी इसी तरह का भव्य जुलूस निकाला गया।
अहमदाबाद में यह जुलूस सरयू मंदिर, प्रेम दरवाजा से शुरू हुआ और डीजे संगीत, संगीत वाद्ययंत्रों, हाथी और ऊंट गाड़ियों, अखाड़ों और रंग-बिरंगी झांकियों के साथ भव्य तरीके से आगे बढ़ा। करातब बाजा के ऊर्जावान प्रदर्शन ने भीड़ को मंत्रमुग्ध कर दिया, जबकि तापमान के बावजूद, भक्तों ने डीजे की धुनों पर नृत्य करके अपना उत्साह व्यक्त किया।
सूरत में एक अनोखा राम मंदिर ध्यान आकर्षित करता है, जहां भगवान राम की मूर्ति या तस्वीर नहीं, बल्कि "राम" नाम के मंत्रों से लिखी 1300 करोड़ पुस्तकों की पूजा की जाती है। इस मंदिर में मंत्र लेखन की प्रक्रिया आज भी जारी है। रामनवमी के दिन लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं और मंत्रों से युक्त पुस्तकें अर्पित करते हैं, जो आध्यात्मिक आस्था का अद्भुत उदाहरण है।
इस प्रकार, गुजरात में रामनवमी का त्यौहार भक्ति, उत्साह और संस्कृति के अनूठे मिश्रण के साथ मनाया गया। हर जगह "राम" का जयघोष गूंज रहा था। ????????
लेख प्रकाशित | Sun | 06 Apr 2025 | 9:21 PM

गुजरात में लू का पूर्वानुमान: 5 जिलों में येलो अलर्ट, गांधीनगर में दोपहर में पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना
मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों तक गुजरात में भीषण गर्मी का अनुमान जताया है। राज्य में तीन दिन के लिए येलो अलर्ट तथा दो दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।
मुख्य जानकारी:
अहमदाबाद समेत 5 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
गांधीनगर में आज दोपहर तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है।
मौसम विशेषज्ञ अंबालाल पटेल के अनुसार:
राज्य में 9 अप्रैल तक भीषण गर्मी रहेगी।
26 अप्रैल से फिर भीषण गर्मी शुरू हो सकती है।
10 मई के बाद तापमान 45°C-46°C तक बढ़ सकता है।
क्षेत्रीय तापमान:
मध्य गुजरात: 43°C44°C
उत्तर गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ: 41°C42°C
गांधीनगर:
सुबह का न्यूनतम तापमान: 25°C
दिन के दौरान अधिकतम तापमान: 39°C42°C
रात्रि में न्यूनतम तापमान: 22°C
सुझाव:
हीट स्ट्रोक से बचने के लिए पर्याप्त पानी पिएं, छाता या स्कार्फ का उपयोग करें और दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर जाने से बचें।
⚠️ ऑरेंज और येलो अलर्ट के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है।
(स्रोत: मौसम विभाग, गुजरात)
लेख प्रकाशित | Fri | 04 Apr 2025 | 8:45 PM

नवसारी के वेस्मा में लगी आग: फेयरडील इंडस्ट्रियल पार्क की पेपर मिल में लगी भीषण आग, मची अफरा-तफरी, तीन शहरों की दमकल गाड़ियों ने पाया काबू
नवसारी के फेरडी औद्योगिक पार्क में लगी भीषण आग, तीन शहरों की दमकल गाड़ियों ने पाया काबू
नवसारी जिले के वेस्मा गांव की सीमा के भीतर स्थित फेरडी औद्योगिक पार्क में आज भीषण आग लग गई। यहां एक कागज गोदाम में अचानक भीषण आग लग गई, जिससे आसपास के क्षेत्र से धुएं का घना गुबार साफ दिखाई दे रहा था।
अग्निशमन विभाग द्वारा व्यापक कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने पर नवसारी फायर ब्रिगेड तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। हालांकि, आग की भयावहता को देखते हुए सूरत और बारडोली के अग्निशमन विभागों को भी मदद के लिए बुलाया गया। तीनों टीमों के संयुक्त सहयोग से कुछ समय बाद आग पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया गया।
वर्तमान स्थिति और जांच
फिलहाल नवसारी अग्निशमन दल गोदाम में शीतलन प्रक्रिया चला रहा है।
आग लगने का कारण अज्ञात है तथा इसकी जांच की जा रही है।
सौभाग्यवश इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
अधिकारियों द्वारा घटना के कारणों और क्षति की विस्तार से जांच की जा रही है। अधिक जानकारी उपलब्ध होते ही उसकी घोषणा की जाएगी।
लेख प्रकाशित | Wed | 02 Apr 2025 | 8:54 PM

जेईई मेन परीक्षा कल से: सुबह 9 से 12 बजे और दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक होगी परीक्षा
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) 1 से 9 अप्रैल, 2025 तक जेईई मेन 2025 सत्र 2 परीक्षा आयोजित कर रही है। इस इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में लाखों छात्र शामिल होंगे। बी>
परीक्षा कार्यक्रम
सुबह की परीक्षा: सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
दोपहर की परीक्षा: अपराह्न 3:00 बजे से सायं 6:00 बजे तक
परीक्षा केंद्र पर आगमन: परीक्षा शुरू होने से कम से कम 1 घंटा पहले (गेट बंद होने के बाद किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी)।
आवश्यक दस्तावेज़
प्रवेश पत्र (डाउनलोड प्रिंट)
मूल आधार कार्ड (या वैध फोटो पहचान प्रमाण)
परीक्षा कक्ष में नियम
पेन, पेंसिल और रफ शीट एनटीए द्वारा उपलब्ध कराई जाएंगी।
रफ शीट पर नाम और रोल नंबर लिखना अनिवार्य है। परीक्षा के बाद इसे वापस करना होगा।
नकारात्मक अंकन: प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1 अंक काटा जाएगा।
विशेष सुझाव
परीक्षा केंद्र में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (मोबाइल, स्मार्टवॉच) ले जाने की अनुमति नहीं है।
एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट ([jeemain.nta.ac.in](https://jeemain.nta.ac.in)) पर प्रमाण पत्र, बिक्री पत्रक जैसे अपडेट देखें।
लेख प्रकाशित | Tue | 01 Apr 2025 | 9:51 PM

पेट्रोल पंप को तीन तरफ से भीषण आग ने घेरा: विस्फोट का खतरा, 10 दमकल टीमें मौके पर; राजमार्ग पर तीन किमी. लंबा ट्रैफिक जाम
भचाऊ गांधीधाम हाईवे पर लकड़ी के गोदाम में लगी भीषण आग के बारे में विस्तृत जानकारी
घटना का मुख्य विवरण
1. समय और स्थान:
यह आग 31 मार्च 2025 को दोपहर 2:30 बजे भचाऊ गांधीधाम कॉरिडोर हाईवे पर जवाहरनगर के पास शंकर टिम्बर मार्ट नामक लकड़ी के गोदाम में लगी थी।
स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई क्योंकि गोदाम गायत्री पेट्रोल पंप से मात्र 2530 मीटर की दूरी पर स्थित था।
2. आग की तीव्रता और प्रभाव:
चूंकि हवा का रुख पेट्रोल पंप की ओर था, इसलिए आग ने पंप को तीन तरफ से घेर लिया, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई।
आग से निकलने वाला धुआँ और लपटें 5 किलोमीटर दूर से साफ़ दिखाई दे रही थीं।
3. राहत एवं बचाव कार्य:
10 अग्निशमन दल (भचाऊ, गांधीधाम, कांडला और अन्य) 1516 पानी के टैंकरों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, जिसमें स्थानीय गांवों के लोगों ने भी पानी के टैंकर लाकर मदद की।
पेट्रोल पंप कर्मचारियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया तथा राजमार्ग को दोनों तरफ से बंद कर दिया गया।
4. यातायात और जोखिम नियंत्रण:
आग के कारण राजमार्ग पर तीन किलोमीटर लम्बा यातायात जाम लग गया। फिलहाल एक लेन खोल दी गई है, लेकिन पूर्ण नियंत्रण पाने में 23 घंटे तक का समय लग सकता है।
पुलिस और एनएचआई ने 6 लेन वाले राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।
5. कारण और हानियाँ:
अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन आग लगने का कारण अज्ञात है। इसका संभावित कारण लकड़ी के चिप्स में गर्मी के कारण लगी आग बताया गया है।
अन्य संबंधित घटनाएँ
कांडला पोर्ट पर आग: रविवार को कांडला पोर्ट की जेटी नंबर 8 पर क्रेन मशीन में आग लग गई, जिस पर अग्निशमन दल ने काबू पा लिया।
जाफराबाद में फैक्ट्री में आग: 29 मार्च को अमरेली जिले के जाफराबाद में हवा की तीव्रता के कारण आग पर काबू पाने में कठिनाई हुई।
निष्कर्ष
आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं और स्थानीय अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए समन्वित उपाय किए हैं। आग लगने के कारणों की अभी भी जांच की जा रही है तथा सार्वजनिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राजमार्ग को पुनः खोलने की तैयारी चल रही है।
लेख प्रकाशित | Mon | 31 Mar 2025 | 9:13 PM

गर्मियों में भारी बारिश का अनुमान: सौराष्ट्र-दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना; आम की फसल को नुकसान हो सकता है
गुजरात में वर्षा और तापमान में परिवर्तन का सारांश:
- मावथा पूर्वानुमान:
- 31 मार्च से 2 अप्रैल, 2025 तक गुजरात में गरज और बिजली गिरने की संभावना के साथ प्री-मानसून (मावथा) हल्की से मध्यम बारिश।
- प्रभावित क्षेत्र: सौराष्ट्र, दक्षिण गुजरात, उत्तर गुजरात, तटीय जिले और पूर्व के कुछ हिस्से।
- 31 मार्च को नर्मदा और तापी जिलों में हल्की बारिश की संभावना है।
- तापमान में परिवर्तन:
- अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान में आंशिक कमी; गर्मी से राहत मिलने की संभावना।
- अहमदाबाद में अधिकतम तापमान 37°C और न्यूनतम तापमान 19°C रहने की उम्मीद है।
- अगले 48 घंटों में कुछ जिलों में तापमान 1-2 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।
- माँ के प्रभाव:
- किसानों में चिंता: अनियमित बारिश से कृषि प्रभावित हो सकती है।
- मौसम विभाग के निदेशक ए.के. दास के अनुसार, जैसे ही समुद्री नमी को गर्त प्रणाली के माध्यम से खींचा जाएगा, गर्त सक्रिय हो जाएंगे।
- चेतावनी:
- सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में बिजली गिरने को लेकर "येलो अलर्ट" जारी किया गया।
निष्कर्ष:अगले 5 दिनों के दौरान गुजरात में मानसून से आंशिक ठंडक होगी, लेकिन कृषि और स्थानीय पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव के संबंध में सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
लेख प्रकाशित | Sat | 29 Mar 2025 | 9:49 PM

आसाराम को 3 माह की जमानत: सुबह हाईकोर्ट की डबल जज बेंच ने विरोधाभासी फैसला सुनाया, दोपहर में चीफ जस्टिस के निर्देश पर दूसरे जज ने अर्जी पर सुनवाई की, बहुमत ने 30 जून तक जमानत मंजूर की
गुजरात हाईकोर्ट ने आसाराम को 3 महीने की अंतरिम जमानत दी: सूरत रेप केस में मेडिकल आधार पर राहत
सूरत, 28 मार्च, 2025
गुजरात उच्च न्यायालय ने आज (28 मार्च) सूरत बलात्कार मामले में स्वयंभू गुरु आसाराम बापू (86) को 6 महीने की अंतरिम जमानत देने की याचिका पर फैसला सुनाया। डबल जज बेंच के फैसले के बाद हाईकोर्ट ने तीसरे जज की भागीदारी वाली सुनवाई में आसाराम को मेडिकल आधार पर 30 जून 2025 तक अंतरिम जमानत देने का आदेश जारी किया। यह फैसला सुप्रीम कोर्ट द्वारा जनवरी 2025 में दी गई अंतरिम जमानत की अवधि का विस्तार है।
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पृष्ठभूमि: जमानत की मांग क्यों? बी>
- 2013 के रेप केस में सेशन कोर्ट ने आसाराम को 2023 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
- जनवरी 2025 में सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल स्थिति को देखते हुए 31 मार्च तक अस्थायी जमानत दे दी थी।
- उच्च न्यायालय में आवेदन: सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार, अधिक चिकित्सीय आवश्यकता होने पर उच्च न्यायालय में जमानत मांगी जा सकती है। इसी आधार पर आसाराम ने 6 महीने की जमानत मांगी थी।
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हाई कोर्ट की सुनवाई: मुख्य मुद्दे
1. आसाराम के वकील की दलील:
- हृदय रोग: 85% से अधिक ब्लॉकेज, उच्च जोखिम श्रेणी (एम्स जोधपुर और शेल्बी हॉस्पिटल की रिपोर्ट)।
- आयुर्वेदिक उपचार: उज्जैन के सरकारी अस्पताल में पंचकर्म चिकित्सा (90 दिन) आवश्यक।
- आयु और जोखिम: 86 वर्ष की आयु में हृदय शल्य चिकित्सा का जोखिम, निरंतर नर्सिंग देखभाल की आवश्यकता।
2. सरकारी वकील का विरोध:
- डॉक्टर-शॉपिंग: आसाराम खुद को विभिन्न निजी अस्पतालों और आयुर्वेदिक डॉक्टरों को दिखाता है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करता।
- रिपोर्ट में विरोधाभास: रक्तचाप, मधुमेह सामान्य; इसकी कोई तत्काल आवश्यकता नहीं है।
- अपराध की गंभीरता: बलात्कार जैसे गंभीर अपराध के लिए दोषी ठहराए गए व्यक्ति को विस्तारित जमानत नहीं दी जानी चाहिए।
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हाईकोर्ट का फैसला: 3 महीने क्यों? बी>
- बहुमत का फैसला: जस्टिस इलेश वोरा और ए.एस. सुपाहिया ने चिकित्सा अधिकारों को प्राथमिकता दी और 3 महीने की राहत प्रदान की।
- स्थितियाँ:
- जमानत के दौरान 3 पुलिस कर्मियों की निगरानी।
- चिकित्सकों और मीडिया से कोई संपर्क नहीं।
- केवल अनुमोदित अस्पतालों में ही उपचार।
- असहमति जताते हुए न्यायमूर्ति संदीप भट्ट ने तर्क दिया, "आसाराम का लक्ष्य जमानत बढ़ाना है, इलाज नहीं।"
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केस हिस्ट्री: 2013 बलात्कार का आरोप
- शिकायत: सूरत की एक महिला ने आरोप लगाया कि आसाराम ने 1997-2006 के बीच मोटेरा आश्रम में उसके साथ बलात्कार किया।
- गांधीनगर कोर्ट का फैसला: 2023 में आसाराम को होगी आजीवन कारावास की सजा।
- बचाव पक्ष: आरोपों को "राजनीतिक चाल" बताते हुए आसाराम ने सर्वोच्च न्यायालय में अपील दायर की है।
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अगली प्रक्रिया
- हाईकोर्ट ने 30 जून तक राहत दे दी है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में लंबित अपील पर अभी फैसला होना बाकी है।
- सरकारी वकील ने कहा, ''अगर आसाराम की मेडिकल हालत में सुधार होता है तो हम जमानत रद्द करने के लिए आवेदन करेंगे।''
महत्वपूर्ण तथ्य: इस मामले में न्यायपालिका ने मानवता और न्याय के बीच संतुलन कायम किया है। अपराध की गंभीरता और समाज की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए जमानत की शर्तें सख्त कर दी गई हैं।
लेख प्रकाशित | Fri | 28 Mar 2025 | 9:46 PM

चिलचिलाती धूप के बीच अंबालाल का मावठा पूर्वानुमान:आने वाले दिनों में प्रदेश के मौसम में होगा बदलाव, आज 15 शहरों में तापमान सामान्य से 1 से 3 डिग्री तक गिरेगा
गुजरात में जलवायु परिवर्तन: सारांश
1. तापमान में गिरावट और शीत लहर:
- उत्तर भारत में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के कारण गुजरात में ठंडी हवाएं चली हैं, जिसके कारण अगले 24 घंटों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की कमी आने का अनुमान है।
- 27 मार्च को अहमदाबाद में अधिकतम तापमान 36.6°C दर्ज किया गया, जबकि अन्य शहरों (जैसे राजकोट, भुज) में भी 1-3.3°C की कमी देखी गई।
2. तेज़ हवाएं और असाधारण वर्षा की संभावना:
- मौसम विशेषज्ञ अंबालाल पटेल के अनुसार 28-30 मार्च के दौरान गुजरात के तटीय इलाकों में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने, तेज हवाएं चलने और कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
- 10 अप्रैल तक दक्षिण गुजरात (नवसारी, सूरत), सौराष्ट्र और मध्य-उत्तर गुजरात में हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।
3. चक्रवात का प्रभाव और आर्द्रता:
- बंगाल की खाड़ी में संभावित चक्रवातों और अरब सागर से नमी आने के कारण मार्च-अप्रैल के दौरान मौसम में परिवर्तनशीलता रहेगी।
4. तापमान में वृद्धि (29 मार्च के बाद):
- 29 मार्च के बाद तापमान में फिर 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी और गर्मी बढ़ेगी। तटीय क्षेत्रों में आर्द्र हवाओं के कारण तेज़ हवाएं चलेंगी।
5. किसानों के लिए जोखिम:
- असमय बारिश से कृषि को नुकसान की आशंका जताई गई है।
मुख्य आंकड़े:
- तट पर हवा की गति: 40 किमी/घंटा (28-30 मार्च)।
- तापमान का रुझान: वर्तमान में घट रहा है, लेकिन 29 मार्च के बाद बढ़ेगा।
- प्रभावित क्षेत्र: दक्षिण गुजरात, सौराष्ट्र, तटीय भाग।
इस प्रकार, गुजरात में अगले दो सप्ताह तक मौसम गतिशील रहेगा, जिसमें ठंड, हवा, बारिश और फिर गर्मी शामिल रहेगी।
लेख प्रकाशित | Thu | 27 Mar 2025 | 9:23 PM

"अंबावाड़ी के पास सौरभ देसाई, विजय देसाई, धवल देसाई समेत चार लोगों ने एक युवक पर लाठियों से हमला किया; सिर में गंभीर चोट लगने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया"
अहमदाबाद के अंबावाड़ी में युवक की बेरहमी से पिटाई: सीसीटीवी और नागरिकों के वीडियो में कैद हुई दहशत
— पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।
अहमदाबाद, 15 सितंबर, 2023: शहर के आंबावाड़ी इलाके में असामाजिक तत्वों का आतंक एक बार फिर चर्चा में है। कल रात कल्याण ज्वैलर्स के पास निहार ठाकोर नामक युवक की लाठियों से बेरहमी से पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस घटना में निहार के सिर में गंभीर चोट आई है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना के आरोपी सौरभ देसाई, विजय देसाई, धवल देसाई और एक अज्ञात व्यक्ति की तलाश के लिए पुलिस द्वारा प्रयास जारी हैं।
कार्यक्रम विवरण:
पीड़ित युवक की शिकायत: अंबावाड़ी निवासी निहार ठाकोर (25) बीती रात एक्टिवा बाइक पर कल्याण ज्वेलर्स की तरफ जा रहा था। रास्ते में दो लोगों ने उसे रोका और गाली-गलौज की। तभी सौरभ देसाई और उसके साथियों ने निहार के सिर पर डंडों से जोरदार वार किया। निहार गिर गया, लेकिन आरोपी उसे पीटते रहे।
वीडियो गवाह: इस हमले को एक स्थानीय दुकान के सीसीटीवी कैमरे और एक नागरिक ने रिकॉर्ड किया था। वीडियो से साफ पता चलता है कि आरोपियों को कानून का कोई डर नहीं है। उन्होंने युवक को लाठियों से कई बार पीटा और फिर भाग गए।
पुलिस कार्रवाई: एलिसब्रिज पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 326 (गंभीर चोट पहुंचाना), 506 (भय पैदा करना) और 34 (सामूहिक इरादा) के तहत मामला दर्ज किया है। पीड़ित परिवार ने पुलिस को बताया, "इन लोगों ने कुछ दिन पहले निहार को धमकाया था। आज उन्होंने उसे खुलेआम मारने की हिम्मत की।"
समुदाय में भय और गुस्सा:
इस घटना से अंबावाड़ी के निवासी स्तब्ध हैं। स्थानीय व्यवसायी राजेश पटेल कहते हैं, "पिछले कुछ महीनों से यहां असामाजिक तत्वों की आवाजाही बढ़ गई है। पुलिस की कार्रवाई धीमी है, इसलिए ये लोग बेखौफ हो गए हैं।"
निहार के पिता मनोज ठाकोर ने रोते हुए मीडिया से कहा, "मेरे बेटे पर जान से मारने की नीयत से हमला किया गया। हम न्याय की मांग करते हैं।"
पुलिस की जिम्मेदारियां और चुनौतियां:
एलिसब्रिज पुलिस के एसीपी राजेश चौधरी ने बताया, "शिकायतकर्ता के दावे के अनुसार टीमें आरोपी को तुरंत पकड़ने के लिए काम कर रही हैं। हम सीसीटीवी फुटेज और गवाहों का विवरण एकत्र कर रहे हैं।"
- मुख्य प्रश्न:
1. आतंकवादी भाग रहे हैं: क्या पुलिस ने आरोपियों की पहचान की पुष्टि कर ली है?
2. पूर्व धमकियों की जांच:निहार को पहले धमकी क्यों दी गई थी? क्या यह व्यक्तिगत द्वेष या स्थानीय बदमाशी का हिस्सा है?
3. सामुदायिक सुरक्षा: अंबावाड़ी जैसे व्यस्त क्षेत्रों में पुलिस गश्त बढ़ाने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?
निष्कर्ष और मांगें:
सामाजिक कार्यकर्ता और वकील हितेन शाह कहते हैं, "ऐसे मामलों में फास्ट ट्रैक कोर्ट के ज़रिए त्वरित न्याय ज़रूरी है. इसके साथ ही स्थानीय समुदाय को पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए."
नागरिकों की मांग है कि,
- आतंकवादियों को 48 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
- क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे और प्रकाश व्यवस्था बढ़ाई जाएगी।
- युवाओं को असामाजिक गतिविधियों से दूर रखने के लिए जागरूकता अभियान चलाएं।
वर्तमान स्थिति:
निहार की हालत फिलहाल सिविल अस्पताल में स्थिर है, लेकिन सिर में गंभीर चोट के कारण डॉक्टर उसकी निगरानी कर रहे हैं। पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हुई हैं। इस घटना से अहमदाबाद में कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हो गई हैं और अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है।
लेख प्रकाशित | Wed | 26 Mar 2025 | 8:43 PM

ATM से पैसे निकालना हो या बैलेंस चेक करना, सब महंगा: RBI ने चार्ज ₹2 बढ़ाया, फ्री लिमिट के बाद पैसे निकालने के लिए ₹19, बैलेंस चेक करने के लिए ₹7 देने होंगे
आरबीआई ने एटीएम शुल्क बढ़ाया: ग्राहकों पर क्या असर होगा? पूरी जानकारी यहां पाएं
भारत में एटीएम से नकदी निकालने और बैलेंस चेक करने के लिए शुल्क 1 मई, 2024 से बढ़ा दिया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा घोषित नए नियमों के अनुसार, ग्राहकों को अब प्रत्येक नकद निकासी के लिए ₹19 और उनकी मुफ्त लेनदेन सीमा समाप्त होने के बाद बैलेंस पूछताछ जैसे गैर-नकद लेनदेन के लिए ₹7 का भुगतान करना होगा। इस शुल्क में वृद्धि का मुख्य कारण इंटरचेंज शुल्क में संशोधन है, जिसे आरबीआई ने एटीएम ऑपरेटरों की बढ़ती परिचालन लागत को देखते हुए लागू किया है।
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एटीएम शुल्क पर अतिरिक्त विवरण:
- नकद निकासी:
- निःशुल्क सीमा के बाद प्रति लेनदेन ₹19 (पहले ₹17)।
- नि:शुल्क सीमा: घरेलू बैंक एटीएम पर 5 लेनदेन/माह और अन्य बैंक एटीएम पर 3 लेनदेन/माह।
- शेष राशि पूछताछ:
- प्रति लेनदेन ₹7 (पहले ₹6)।
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इंटरचेंज शुल्क क्या है? बी>
एटीएम इंटरचेंज शुल्क एक बैंक द्वारा दूसरे बैंक को दिया जाने वाला शुल्क है। उदाहरण के लिए, यदि आप XYZ बैंक कार्ड से ABC बैंक के एटीएम से नकदी निकालते हैं, तो ABC बैंक इस सेवा के लिए XYZ बैंक से शुल्क लेता है। जब उनकी निःशुल्क सीमा पूरी हो जाती है तो ये लागतें सीधे ग्राहकों पर पड़ती हैं।
आरबीआई द्वारा शुल्क वृद्धि का कारण:
- व्हाइट-लेबल एटीएम ऑपरेटरों (जैसे टाटा इंडिकाश) का तर्क है कि नकदी निकासी, एटीएम रखरखाव और बिजली जैसी परिचालन लागत में भारी वृद्धि हुई है।
- डिजिटल लेनदेन में वृद्धि के कारण एटीएम उपयोग में गिरावट से ऑपरेटरों के राजस्व पर दबाव पड़ा है।
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छोटे बैंकों के ग्राहकों पर अधिक प्रभाव:
- क्षेत्रीय एवं सहकारी बैंकों (जैसे ग्रामीण बैंकों) के पास अपना बड़ा एटीएम नेटवर्क नहीं है। वे बड़े बैंकों के एटीएम पर निर्भर रहते हैं, जिसके परिणामस्वरूप इंटरचेंज शुल्क की अतिरिक्त लागत सीधे ग्राहकों पर डाल दी जाती है।
- उदाहरण: यदि आपका खाता ग्रामीण बैंक में है, तो आपको शहरी एटीएम से नकदी निकालने के लिए अधिक शुल्क देना होगा।
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डिजिटल भुगतान में वृद्धि और एटीएम उपयोग में गिरावट:
- यूपीआई और डिजिटल वॉलेट्स (जैसे फोनपे, गूगल पे) की सफलता ने लोगों को नकदी निकालने की जरूरत से मुक्त कर दिया है।
- आंकड़े:
- फरवरी 2023 में 1,611 करोड़ (16.11 बिलियन) यूपीआई लेनदेन हुए, जिसमें ₹21.96 लाख करोड़ (₹21.96 ट्रिलियन) की राशि हस्तांतरित की गई।
- वित्त वर्ष 2014 में डिजिटल लेनदेन ₹9.52 लाख करोड़ था, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह ₹36.58 लाख करोड़ तक पहुंच गया।
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ग्राहकों के लिए सलाह:
1. निःशुल्क सीमाओं का सावधानीपूर्वक उपयोग करें।
2. जहाँ भी संभव हो डिजिटल भुगतान (यूपीआई, मोबाइल बैंकिंग) अपनाएँ।
3. अपने घरेलू बैंक के एटीएम या नेट बैंकिंग का उपयोग करके शेष राशि की जांच करें।
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निष्कर्ष:
आरबीआई का यह निर्णय एटीएम बुनियादी ढांचे को बनाए रखने के लिए आवश्यक है, लेकिन इसका विशेष रूप से ग्रामीण और छोटे शहरों के ग्राहक प्रभावित होंगे। डिजिटल विस्मृति के युग में एटीएम पर निर्भरता कम हो रही है, लेकिन नकदी आधारित अर्थव्यवस्था में यह बदलाव धीरे-धीरे हो रहा है।
लेख प्रकाशित | Tue | 25 Mar 2025 | 9:04 PM

वलसाड में शंकरसिंह वाघेला ने भाजपा पर निशाना साधा: 'बलात्कारी को फांसी देने की बजाय नेता उसे बुलाकर टोपी और दुपट्टा पहनाते हैं', दिल्ली के जज को पत्थर मारने की मांग
गुंडों और भ्रष्ट लोगों की पार्टी!'' - शंकरसिंह वाघेला ने वलसाड में भाजपा पर किया जोरदार हमला
वलसाड (पारडी तालुका): प्रजा शक्ति डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यता अभियान कार्यक्रम में शनिवार को गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला ने खेरलाव गांव में भाजपा सरकार और उसके नेतृत्व पर तीखा हमला किया। कार्यक्रम में वलसाड-डांग जिले के पूर्व सांसद कांजी पटेल सहित स्थानीय नेताओं ने भाग लिया।
1. भाजपा को 'गुंडों की पार्टी' कहा:
मैंने स्पष्ट शब्दों में भाजपा को "गुंडों और असामाजिक तत्वों की पार्टी" घोषित किया। मेरा आरोप है कि बलात्कार जैसे गंभीर अपराध करने वालों को दंडित करने के बजाय भाजपा उन्हें माला, स्कार्फ और टोपी पहनाकर सार्वजनिक रूप से सम्मानित करती है। उन्होंने कहा, "भाजपा एक ऐसे व्यक्ति को बड़ा नेता बना रही है जिसने अपनी बहन और बेटी पर अत्याचार किया है, जिसे मौत की सजा मिलनी चाहिए। वे एक पत्थरबाज को फूलों की माला पहना रहे हैं। यह कैसे चल सकता है?" - मैंने कहा था।
2. न्यायपालिका में भ्रष्टाचार पर व्यंग:
मैंने न्यायपालिका में व्यापक भ्रष्टाचार के मुद्दे की कड़ी आलोचना की। "जज के घर से लाखों रुपए का बेहिसाबी धन मिला, लेकिन कोई पूछ नहीं रहा! भ्रष्ट जजों को दिल्ली के चांदनी चौक में सरेआम सजा दी जानी चाहिए, ताकि समाज में एक संदेश जाए," - मैंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा।
3. जनजातीय क्षेत्रों में धर्मांतरण का मुद्दा:
मैंने आदिवासी क्षेत्रों में ईसाई मिशनरियों द्वारा किए जा रहे धर्मांतरण पर चर्चा करते हुए भाजपा और हिंदू संगठनों की कड़ी आलोचना की। "केशुभाई पटेल की सरकार ने आदिवासी इलाकों में सड़क, पानी, शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराईं, जिसके कारण धर्मांतरण में कमी आई। आज भाजपा केवल विदेशी फंडिंग के बल पर चल रही है, लेकिन विकास का काम नहीं कर रही है," - मैंने कहा।
4. प्रजा शक्ति पार्टी की संगठनात्मक तैयारी:
इस कार्यक्रम के दौरान प्रजा शक्ति लोकतांत्रिक पार्टी के वलसाड जिला संगठन में नई समिति नियुक्त की गई। मैंने कहा, "यह पार्टी गरीबों, आदिवासियों और युवाओं के अधिकारों के लिए लड़ेगी। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही जनता की भावनाओं से दूर हो गई हैं।"
पार्टी रणनीति:
मेरी आलोचनाएं भाजपा की नैतिकता, न्यायपालिका और आदिवासी विकास में विफलता पर केंद्रित थीं। प्रजा शक्ति पार्टी गुजरात में एक नए विकल्प के रूप में ग्रामीण और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
अंतिम टिप्पणी:
"मैं अपनी आखिरी सांस तक जनता की लड़ाई में शामिल रहूंगा। गुजरात भाजपा की गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगा!" – शंकरसिंह वाघेला ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा।
लेख प्रकाशित | Mon | 24 Mar 2025 | 9:25 PM

अंततः 22 वर्षों के बाद सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट की जीत हुई: कोर्ट कमिश्नर की मौजूदगी में पुलिस और सुरक्षा के बीच मंदिर के 34,644 वर्ग फुट क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने का काम शुरू हुआ।
सोमनाथ मंदिर के पास अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई: 22 साल की कानूनी लड़ाई के बाद ट्रस्ट की जीत
वेरावल (गुजरात): सोमनाथ मंदिर के पास नए राम मंदिर के सामने स्थित रुद्रेश्वर महादेव मंदिर परिसर में स्थित सोमनाथ ट्रस्ट की 34,644 वर्ग फीट भूमि से अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया आज (बुधवार, 22 मार्च) शुरू कर दी गई है। सर्वे क्रमांक 37/1 में स्थित इस भूमि पर 40 से अधिक आवासीय मकानों में 150 से अधिक लोग अवैध रूप से रह रहे थे, जिन्हें न्यायालय के आदेशानुसार खाली कराया जा रहा है।
22 वर्षों के कानूनी संघर्ष का अंत
2003 की शुरुआत में: अतिक्रमणकारियों ने सोमनाथ ट्रस्ट के स्वामित्व वाली भूमि पर अपना अधिकार जताने के लिए वेरावल अदालत में मुकदमा दायर किया।
2018 में फैसला: अदालत ने ट्रस्ट के पक्ष में फैसला सुनाया और जमीन खाली करने का आदेश दिया, लेकिन निवासियों ने आदेश का पालन नहीं किया।
2023 में कार्रवाई: नोटिस और चेतावनी के लंबे दौर के बाद पुलिस और प्रशासन द्वारा दबाव कम करने की प्रक्रिया आज कोर्ट कमिश्नर की मौजूदगी में शुरू हुई।
कार्यवाही का विवरण
अधिकारियों की टीम: वेरावल के डिप्टी कलेक्टर विनोद जोशी, मामलतदार शामला, मुख्य अधिकारी पार्थिव परमार और सोमनाथ ट्रस्ट के महाप्रबंधक विजयसिंह चावड़ा ने कार्यवाही की निगरानी की।
पुलिस तैनाती: गिर सोमनाथ एसपी मनोहर सिंह जाडेजा के मार्गदर्शन में 10 अधिकारी और करीब 100 पुलिसकर्मी (एलसीबी, एसओजी सहित) तैनात किए गए थे।
निवासियों की प्रतिक्रिया: अपने घरों को खाली करने के लिए मजबूर किये जाने पर कई निवासी भावुक हो गए। कुछ लोगों ने स्वेच्छा से अपना सामान हटाना शुरू कर दिया, लेकिन 22 वर्षों से वहां रह रहे लोगों को स्थानांतरित करने के दायित्व पर दुख व्यक्त किया।
"शांतिपूर्ण माहौल में कार्रवाई"
एसपी मनोहरसिंह जडेजा ने कहा, "अदालत के आदेश के अनुसार कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्रवाई की जा रही है। निवासियों को समझा दिया गया है।"
ट्रस्ट की जीत सोमनाथ के विकास के लिए महत्वपूर्ण
सोमनाथ ट्रस्ट के प्रतिनिधियों ने इस कार्रवाई को "ऐतिहासिक न्याय" बताया है। अब मंदिर परिसर का विस्तार करने तथा इस भूमि पर तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाएं विकसित करने की योजना है।
पृष्ठभूमि: सोमनाथ मंदिर गुजरात की धार्मिक और ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक है। इस मामले में ट्रस्ट की सफलता भविष्य में अनधिकृत कब्जे के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मिसाल बन सकती है।
मुख्य बिंदु:
22 साल की कानूनी लड़ाई के बाद सोमनाथ ट्रस्ट की जमीन से अतिक्रमण हटाया गया।
150 लोग विस्थापित हुए; निवासी भावनात्मक रूप से अस्थिर हैं।
कार्यवाही कोर्ट कमिश्नर और पुलिस टीम की देखरेख में पूरी की गई।
लेख प्रकाशित | Sat | 22 Mar 2025 | 7:46 PM

सेबी ने विवादित आईपीएस रवींद्र पटेल के प्रशासक के घर पर छापा मारा: वडोदरा के भादरा गांव में सलीम मालेक के घर पर तलाशी ली गई, वह रवींद्र और उनके सेवानिवृत्त पिता के वित्तीय लेनदेन को संभाल रहा था
आईपीएस रविन्द्र पटेल के वित्तीय घोटाले की सेबी जांच: गुजरात हाउसिंग बोर्ड के निदेशक सहित बहुचर्चित घटना का ब्यौरा
(साबरकांठा/वडोदरा)
सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) ने गुजरात हाउसिंग बोर्ड के निदेशक एवं आईपीएस अधिकारी रवींद्र पटेल और उनके सहयोगियों के खिलाफ शेयर बाजार में कृत्रिम रूप से उछाल लाकर वित्तीय धोखाधड़ी के आरोपों की गहन जांच शुरू कर दी है। इस जांच में पटेल के आवास, उनके साढू के घर और भदरा गांव में प्रशासक सलीम मालेक के बंगले पर छापेमारी कर महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए।
मुख्य घटनाएँ: किसकी जांच की जा रही है?
1. आरोप: आईपीएस रवींद्र पटेल और उनके सहयोगियों पर शेयर बाजार में कुछ कंपनियों के शेयर की कीमतों को कृत्रिम रूप से बढ़ाकर अवैध लाभ कमाने का संदेह है।
2. निरीक्षण स्थान:
रोधारा गांव (खेड़ब्रह्मा): पटेल का निवास।
गलोदिया गांव: पटेल के साढू का घर।
भदरा गांव (वडोदरा): पटेल के प्रशासक सलीम उमरभाई मालेक का शानदार बंगला।
3. सेबी की कार्रवाई: सुबह-सुबह पुलिस बल के साथ छापेमारी, दस्तावेज, लैपटॉप, मोबाइल फोन जब्त। सलीम मलिक को 2.5 घंटे तक ऑटोग्राफ देने के लिए कहा गया।
जांच के मुख्य बिंदु
प्रशासक सलीम मालेक की भूमिका: संदिग्ध दस्तावेजों से पता चला है कि सलीम, पटेल और उनके सेवानिवृत्त आईपीएस पिता के वित्तीय लेनदेन (बैंक लेनदेन, शेयर ट्रेडिंग, भूमि खरीद) को संभालता था।
भूमि निवेश: सेबी को पटेल द्वारा सलीम के माध्यम से कृषि योग्य भूमि में बड़ी मात्रा में धन निवेश करने का विवरण प्राप्त हुआ है।
पारिवारिक संलिप्तता: ऐसे संकेत हैं कि पटेल के बहनोई और पिता भी इस योजना में शामिल हैं।
अधिकारियों के बयान
वडोदरा पुलिस आयुक्त रोहन आनंद: "सेबी ने भदरा गांव में जांच की। हमने केवल सुरक्षा प्रदान की। जांच के बारे में अधिक जानकारी सेबी से प्राप्त करें।"
सेबी अधिकारी (नाम न बताने की शर्त पर): "इस मामले में गंभीर परिस्थितियां हैं। वित्तीय लेन-देन में कई हाई-प्रोफाइल नाम शामिल हैं।"
सामाजिक-राजनीतिक प्रतिक्रिया
स्थानीय ग्रामीण: भदरा गांव में सेबी की कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। सलीम मलिक के बंगले के आसपास लोगों की भीड़ जमा हो गई।
राजनीतिज्ञों की आलोचना: विपक्षी दलों ने सरकार पर "आईपीएस अधिकारियों को संस्थागत रियायतें" देने का आरोप लगाया है।
भविष्य की कार्रवाई
सेबी फिलहाल जब्त दस्तावेजों का विश्लेषण कर रही है। जांच पूरी होने पर आईपीएस पटेल, सलीम मालेक और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही (आईपीसी और सेबी अधिनियम के तहत) शुरू की जा सकती है। न्यायिक प्रक्रिया के दौरान अभियुक्त को जमानत के लिए आवेदन करने का अधिकार होगा।
निष्कर्ष:
यह मामला, जिसमें एक आईपीएस अधिकारी सहित उच्च पदस्थ अधिकारी शामिल हैं, गुजरात में वित्तीय अनियमितताओं की गंभीरता को उजागर करता है। सेबी की यह कार्रवाई शेयर बाजार में पारदर्शिता और नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करने का स्पष्ट संदेश देती है।
(स्रोत: स्थानीय पुलिस और सेबी अधिकारियों से मिली जानकारी के आधार पर)
लेख प्रकाशित | Fri | 21 Mar 2025 | 9:57 PM

चारधाम यात्रा 2025 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण आज से शुरू, जानें नए नियम
चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया इस प्रकार है:
1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले चारधाम यात्रा की आधिकारिक वेबसाइट (जैसे [registrationandtouristcare.uk.gov.in](https://registrationandtouristcare.uk.gov.in)) पर जाएं।
2. रजिस्टर/लॉगिन विकल्प चुनें: होमपेज पर "रजिस्टर" या "लॉगिन" बटन पर क्लिक करें। नये उपयोगकर्ता के रूप में "पंजीकरण" का चयन करें।
3. मोबाइल नंबर से लॉगिन करें: अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और ओटीपी प्राप्त करके सत्यापन पूरा करें।
4. विवरण भरें: आवश्यक जानकारी भरें जैसे नाम, राज्य, आधार कार्ड नंबर, जन्म तिथि, पता आदि।
5. पंजीकरण पूरा करें: अंत में, "सबमिट" बटन दबाकर पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करें।
नोट: पिछले वर्ष तीर्थयात्रियों को यातायात जाम और सुविधाओं की कमी के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। इन मुद्दों के समाधान के लिए वर्तमान में ऑनलाइन पंजीकरण और वाहन प्रणाली लागू की गई है। पंजीकरण अनिवार्य है और योजनाबद्ध यात्रा के लिए सहायक है।
लेख प्रकाशित | Thu | 20 Mar 2025 | 9:12 PM

बच्चों और बुजुर्गों पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव: बच्चों में श्वसन संबंधी समस्याएं और बुजुर्गों में हीट स्ट्रोक; जानें विशेषज्ञ क्या कहते हैं।
जलवायु परिवर्तन और जीवनशैली: बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर प्रभाव
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जलवायु परिवर्तन से बच्चे और बुजुर्ग अधिक प्रभावित क्यों होते हैं?
डॉ। अतुल जानी:
"हमने गुजरात में देखा है कि ठंड के मौसम में सांस की समस्या, एलर्जी और अस्थमा बढ़ जाता है। इसका मुख्य कारण यह है कि हवा में प्रदूषकों के कारण बच्चों और बुजुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, इसलिए वे आसानी से बीमार पड़ जाते हैं। ठंड के मौसम में रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे हृदय पर दबाव बढ़ जाता है, जबकि गर्मी के मौसम में पर्याप्त पसीना न निकलने के कारण शरीर का तापमान नियंत्रित नहीं रह पाता। इसलिए अप्रैल से जून के दौरान निर्जलीकरण और हीट स्ट्रोक के मामले बढ़ जाते हैं।"
डॉ. पूर्वी भीमानी:
"आजकल के बच्चे एसी, मोबाइल और आरामदायक जीवनशैली में डूबे हुए हैं। पहले स्कूलों में योग, खेलकूद और सामूहिक गतिविधियों के जरिए शारीरिक गतिविधियों से रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती थी। आज किताबों और स्क्रीन के बीच सिमटी जिंदगी के कारण बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है। बुजुर्ग भी एक ही जगह बैठकर समय बिताते हैं, जिससे शरीर की प्राकृतिक क्षमताएं कम हो जाती हैं।"
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घर बैठे बुजुर्ग लोग हीटस्ट्रोक का शिकार क्यों हो जाते हैं?
डॉ। जानी:
"वयस्कों में, कम पसीना आने से शरीर ठंडा नहीं हो पाता। गर्मी में, पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी के कारण शरीर का तापमान बढ़ जाता है। घर के अंदर बैठने से हवा का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है, जिससे हीट स्ट्रोक को आमंत्रित किया जाता है। इसका केवल एक ही समाधान है: छाया में रहें, ठंडा पानी पिएं और गर्मी के दिनों में पंखे या वेंटिलेशन का उपयोग करें।"
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जीवनशैली में बदलाव: पहले बनाम अब
डॉ। भीमनी:
"पिछली पीढ़ी प्रकृति से जुड़ी हुई थी:
- खेतों में खेलना, पेड़ों से सीधे फल और सब्जियाँ खाना।
- स्कूलों में सामूहिक गतिविधियों के माध्यम से मानसिक-शारीरिक संतुलन विकसित करना।
- भोजन में प्राकृतिक सामग्री थी, कोई रसायन नहीं।
आज की पीढ़ी के लिए:
- पैकेज्ड फूड, एसी की हवा और फोन स्क्रीन जीवन का हिस्सा बन गए हैं।
- बच्चे शारीरिक गतिविधियां कम कर देते हैं, जिससे एलर्जी और मोटापा बढ़ता है।
"परिरक्षक और कृत्रिम उर्वरक शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा करते हैं।"
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स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए विशेषज्ञ सलाह
1. ठंड के मौसम में:
- बच्चों को गर्म कपड़े और दस्ताने पहनाएं।
- बुजुर्गों, सुबह धूप में बैठकर विटामिन डी लेना न भूलें।
2. गर्मी में:
- दिन में 8-10 गिलास पानी पिएं और ओआरएस का प्रयोग करें।
- छायादार स्थान पर रहें और दिन के समय (सुबह और शाम) बाहर जाएं।
3. जीवनशैली में सुधार करें:
- आउटडोर खेलों के माध्यम से बच्चों को प्रकृति से जोड़ें।
- घर में एसी का प्रयोग कम करें और प्राकृतिक हवा का संचार होने दें।
- घर का बना खाना और जैविक फल और सब्जियों को प्राथमिकता दें।
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निष्कर्ष:
"प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाकर जीना ही स्वास्थ्य का आधार है। गुजरात की गर्मी और ठंड में भी अगर हम शारीरिक गतिविधि, संतुलित आहार और मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखें तो बच्चे और बुजुर्ग दोनों सुरक्षित रहेंगे।"
लेख प्रकाशित | Wed | 19 Mar 2025 | 9:20 PM

पुलिसकर्मी को थार से टक्कर मारने की कोशिश, CCTV: बदमाशों के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई का कोई असर नहीं, अहमदाबाद में बेतहाशा रफ्तार से कार चलाकर मचाया आतंक
अहमदाबाद में एक लापरवाह थार चालक ने मचाया उत्पात; पुलिस की तलाश जारी है।
पृष्ठभूमि:
अहमदाबाद के वस्त्राल इलाके में असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए आतंकी हमले के बाद पुलिस ने पूरे राज्य में सख्त कार्रवाई की घोषणा की है। इस बीच, गुरुवार (18 मार्च) को एक लापरवाह थार चालक ने शहर के ऐतिहासिक दिल्ली दरवाजा और लाल दरवाजा इलाकों में दिनदहाड़े उत्पात मचाया। मैंने देखा कि एक लाल रंग की महिंद्रा थार एसयूवी के चालक ने कई कारों को टक्कर मारी, पुलिस को कुचलने की कोशिश की और अंततः भाग गया।
कार्यक्रम विवरण:
- लापरवाही से वाहन चलाने और टक्कर मारने की घटना: थार चालक ने लाल दरवाजा के पास बिजली घर क्षेत्र में ट्रैफिक सिग्नल तोड़ दिया और 80-100 किमी/घंटा की गति से वाहन चलाया। मेरी जानकारी के अनुसार, उसने एक स्कूटर, एक ऑटो-रिक्शा और दो कारों को टक्कर मारी। आस-पास के लोग डर गए और कुछ लोग चिल्लाने लगे "रुको! रुको!" चिल्लाया.
- पुलिस से टक्कर: जब पुलिसकर्मियों ने कार को रोकने का प्रयास किया तो चालक ने पुलिस की कार को कुचलने का दुस्साहस किया। एक कांस्टेबल ने मुझे बताया, "हमने हाथ ऊपर करके उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने अपनी गति बढ़ा दी। हमारी जान खतरे में थी।"
- फरार और सीसीटीवी सबूत: घटना का पूरा वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया है। फुटेज में दिखाया गया है कि चालक लाल गेट को तेजी से पार करते हुए कई लोगों को पार करता हुआ सड़कों पर गायब हो जाता है।
पुलिस कार्रवाई:
- सिटी डीसीपी श्री राजेश गाडिया ने मुझे बताया, "इस ड्राइवर पर आईपीसी की धारा 279 (लापरवाही से गाड़ी चलाना), 336 (जीवन को खतरे में डालना) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत आरोप लगाए जाएंगे। हम ट्रैफिक कैमरों के जरिए थार की नंबर प्लेट और ड्राइवर की पहचान का पता लगा रहे हैं।"
- साथ ही वस्त्राल में ठगों के खिलाफ चल रही कार्रवाई के साथ इस मामले की भी जांच की जा रही है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
- घटनास्थल पर मौजूद दुकानदार राकेश पटेल ने कहा, "मैंने 30 साल में ऐसी लापरवाह ड्राइविंग नहीं देखी। अगर पुलिस ने तुरंत नहीं रोका तो कोई मरा हुआ मिलेगा।"
- युवा गवाह प्रियांक मेन ने कहा, "कार इतनी तेज गति से आई कि हम सब कुचल गए। उस ड्राइवर में उस पर पैर रखने की हिम्मत नहीं थी!"
निष्कर्ष:
अहमदाबाद पुलिस ने सीसीटीवी नेटवर्क और जनता से सार्वजनिक रूप से ऐसी दंगा-फसाद की घटनाओं को रोकने में मदद करने की अपील की है। यह मामला शहर में यातायात नियमों तथा पुलिस की अनदेखी को उजागर करता है। यदि आपके पास ड्राइवर या लाल थार के बारे में कोई जानकारी हो तो 100 नंबर पर कॉल करें।
लेख प्रकाशित | Tue | 18 Mar 2025 | 10:01 PM

28 हजार किमी की स्पीड, 1500 डिग्री तापमान: ऐसे आएगा धरती पर कैप्सूल, ट्रंप-मस्क की शोहरत में आएगी खटास, जानिए सुनीता के लौटने की दिल दहला देने वाली कहानी
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की अंतरिक्ष उड़ान: संपूर्ण घटनाक्रम और प्रभाव
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मिशन की रूपरेखा
- प्रारंभिक योजना: सुनीता विलियम्स (पायलट) और बुच विल्मोर (कमांडर) 5 जून, 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान पर सवार होकर आई.एस.एस. (अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन) के लिए 8 दिवसीय मिशन पर रवाना हुए। मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष यान की सुरक्षा और अंतरिक्ष स्टेशन के साथ समन्वय की क्षमता का परीक्षण करना था।
- समस्याएं शुरू हुईं: 6 जून को अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने के बाद, स्टारलाइनर के 5 थ्रस्टर्स विफल हो गए और हीलियम रिसाव शुरू हो गया। इन समस्याओं के कारण वापसी योजना रद्द कर दी गई।
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9 महीने की हिरासत
- तकनीकी चुनौतियाँ:
1. थ्रस्टर विफलता: 28 में से 5 थ्रस्टर विफल हो गए, जिससे अंतरिक्ष यान की गति को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया।
2. हीलियम रिसाव: प्रणोदक प्रणाली में रिसाव के कारण अंतरिक्ष यान की सुरक्षा ख़तरे में पड़ गई।
- नासा का निर्णय: सितंबर 2024 में, नासा ने स्टारलाइनर को खाली (चालक दल के बिना) पृथ्वी पर वापस भेज दिया। सुनीता और बुच आई.एस.एस. पर फंसे हुए थे।
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वापसी प्रक्रिया
- स्पेसएक्स की भूमिका: दोनों को एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल द्वारा वापस लाया गया।
- क्रू-9 मिशन (28 सितंबर, 2024): 4 नए अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पहुंचे, लेकिन सुनीता-बुच के लिए दो सीटें खाली छोड़ दी गईं।
- क्रू-10 मिशन (15 मार्च, 2025): सुनीता और बुच को पृथ्वी पर वापस लाने के लिए ड्रैगन कैप्सूल लॉन्च किया गया।
- वापसी की तिथि: 18 मार्च, 2025 को प्रातः 8:15 बजे (भारतीय समयानुसार) प्रस्थान, तथा 19 मार्च को अपराह्न 3:15 बजे भारत में उतरना।
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राजनीतिक विवाद और आलोचनाएँ
- ट्रम्प-मस्क टिप्पणियाँ: फरवरी 2025 में, डोनाल्ड ट्रम्प और एलोन मस्क ने फॉक्स न्यूज को बताया कि अंतरिक्ष यात्री "बिडेन प्रशासन की देरी" के कारण फंसे हुए थे। मस्क ने दावा किया कि स्पेसएक्स का मिशन पहले भी लॉन्च किया जा सकता था।
- नासा की प्रतिक्रिया: नासा के अधिकारी स्टीव स्टिच ने "तकनीकी कारणों" का हवाला देते हुए इन दावों का खंडन किया।
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पृथ्वी पर लौटने के बाद स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं
- शारीरिक प्रभाव:
- मांसपेशियों और हड्डियों की कमजोरी: लंबे समय तक शून्य गुरुत्वाकर्षण के संपर्क में रहने से मांसपेशियों में संकुचन और हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है।
- संतुलन और चलने में समस्या: पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल होने में 6-12 महीने लग सकते हैं।
- मनोवैज्ञानिक प्रभाव: अंतरिक्ष में एकांत और तनावपूर्ण वातावरण के कारण तनाव प्रबंधन आवश्यक है।
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सुनीता विलियम्स की पृष्ठभूमि
- प्रारंभिक कैरियर: अमेरिकी नौसेना में हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में कैरियर। 1998 में नासा के अंतरिक्ष यात्री दल में चयनित।
- पिछले मिशन:
- एसटीएस-116 (2006): आईएसएस पर 192 दिन, 4 अंतरिक्ष चहलकदमी की।
- 2012 मिशन: रिकार्ड तोड़ 127 दिन।
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निष्कर्ष
सुनीता और बुच की सफल वापसी अंतरिक्ष यात्रा के लिए सहयोगी प्रणाली (नासा-स्पेसएक्स) और प्रौद्योगिकी की शक्ति को प्रदर्शित करती है। हालाँकि, यह घटना लंबी अवधि के अंतरिक्ष उड़ान के खतरों और पृथ्वी पर पुनः प्रवेश की आवश्यकता को रेखांकित करती है। नासा अब स्टारलाइनर की समस्याओं की जांच कर रहा है, जबकि सुनीता और बुच पुनर्वास प्रक्रिया में हैं।
लेख प्रकाशित | Mon | 17 Mar 2025 | 9:04 PM

मोदी बोले- गुजरात दंगों के बाद अब राज्य में स्थायी शांति:भारत-पाक संबंधों पर बात की; ट्रंप को साहसी नेता बताया; 3 घंटे का साक्षात्कार पढ़ें.
प्रधानमंत्री मोदी ने लेक्स फ्रीडमैन के साथ साक्षात्कार में भारत की शांति, आरएसएस शिक्षा और पाकिस्तान के साथ संबंधों पर प्रकाश डाला
गुजराती भाषा में प्रथम पुरुष में विस्तृत संस्करण
1. "आरएसएस ने मुझे देश के लिए जीना सिखाया"
लेक्स फ्रीडमैन से बातचीत में मैंने कहा था, "राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मेरे जीवन की पाठशाला रहा है। यहां मुझे सिर्फ़ राजनीति ही नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाई गई। आरएसएस में हमें सिखाया गया कि हर काम राष्ट्र सेवा के उद्देश्य से किया जाना चाहिए। चाहे पढ़ाई हो या व्यायाम, हर कदम देश के लिए समर्पित होना चाहिए। ये मूल्य आज भी मेरी नीतियों और फ़ैसलों में झलकते हैं।"
2. "संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठन विफल हो गए हैं"
वैश्विक राजनीति पर चर्चा करते हुए मैंने कहा, "कोविड-19 के समय में संयुक्त राष्ट्र जैसी संस्थाओं ने अपनी सीमाएं उजागर की हैं। दुनिया को सहयोग और सामंजस्य की आवश्यकता है, लेकिन हम और अधिक विभाजित हो गए हैं। जब तक अंतरराष्ट्रीय कानूनों को लागू नहीं किया जाता और नियम तोड़ने वालों को दंडित नहीं किया जाता, तब तक दुनिया में स्थिरता नहीं आ सकती। हमें ऐसी संस्थाएँ बनानी होंगी जो नए युग की आवश्यकताओं के अनुकूल हों।"
3. 2002 गुजरात दंगे: एक दुखद घटना, लेकिन उसके बाद शांति
अपने राजनीतिक सफर के बारे में मैंने कहा, "27 फरवरी 2002 को गोधरा कांड के बाद गुजरात में जो हिंसा भड़की, वह मेरे जीवन का सबसे दुखद अध्याय था। हालांकि, 1969 से 2002 तक गुजरात में 250 से अधिक दंगे हुए। 2002 के बाद हमने राज्य में सामाजिक सद्भाव और विकास पर ध्यान केंद्रित किया। आज गुजरात शांति और समृद्धि का मॉडल बन गया है। न्यायपालिका ने दो स्वतंत्र जांच के बाद सरकार को बरी कर दिया था।"
4. पाकिस्तान के साथ संबंध: 'शांति का मार्ग'
जब मैं 2014 में प्रधानमंत्री बना तो मैंने शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आमंत्रित किया था। मैंने कहा, "मेरा इरादा एक नया अध्याय शुरू करने का था। लेकिन, शांति प्रयासों को शत्रुता और विश्वासघात का सामना करना पड़ा। यहां तक कि पाकिस्तान के आम नागरिक भी आतंकवाद और अस्थिरता से तंग आ चुके हैं। मेरा मानना है कि एक दिन पाकिस्तान समझदारी दिखाएगा और शांति वार्ता की अगुआई करेगा।"
5. "भारत गौतम बुद्ध और गांधीजी से शांति का पाठ सीखता है"
साक्षात्कार में मैंने भारत की ऐतिहासिक विरासत को छुआ और कहा, "जब भारत शांति की बात करता है, तो दुनिया ध्यान देती है। क्योंकि हमारी भूमि बुद्ध और गांधी के अहिंसा के सिद्धांतों की जन्मभूमि है। आज भी भारत की विदेश नीति में ये मूल्य प्रमुख हैं।"
6. चीन, ट्रम्प और वैश्विक चुनौतियाँ
चीन के साथ तनातनी और अमेरिका के साथ संबंधों पर मैंने स्पष्ट किया, "भारत संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर कोई समझौता नहीं करेगा। चीन के साथ सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति में हमने शांति और बातचीत को प्राथमिकता दी है। डोनाल्ड ट्रंप के साथ संबंधों में भी भारत के हित सर्वोपरि रहे हैं।"
7. खेल, एआई और युवाओं के लिए संदेश
खेल और प्रौद्योगिकी पर चर्चा करते हुए मैंने कहा, "युवा लोगों को शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर ध्यान देना चाहिए। भारत AI जैसी प्रौद्योगिकियों में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है, लेकिन हमें नैतिक मानकों और मानवता को केंद्र में रखना चाहिए।"
8. लेक्स फ्राइडमैन: जीवन और प्रभाव
यह साक्षात्कारकर्ता, लेक्स फ्राइडमैन, एक रूसी मूल के अमेरिकी एआई शोधकर्ता और इंजीनियर हैं। उन्होंने ट्रम्प, मस्क, जुकरबर्ग, ज़ेलेंस्की जैसी दुनिया की महत्वपूर्ण हस्तियों के साथ बातचीत की है। उनकी विद्वता और वैश्विक दृष्टिकोण ने इस चर्चा को और गहन बना दिया।
9. प्रधानमंत्री का व्यक्तिगत जीवन और दृष्टिकोण
मेरे निजी जीवन के बारे में पूछे जाने पर मैंने कहा, "मैं सादा जीवन जीता हूँ। योग और ध्यान मेरी दिनचर्या का हिस्सा हैं। मेरे विचार में राजनीति जनसेवा का एक माध्यम है, जहाँ हर निर्णय भावी पीढ़ियों के लिए नींव रखता है।"
10. भारत का भविष्य: "हम विश्व नेता बनने के लिए तैयार हैं"
मैंने साक्षात्कार के अंत में कहा, "भारत की युवा शक्ति, संस्कृति और लोकतंत्र हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं। मेरा मानना है कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी, जहां हम दुनिया को शांति, सहिष्णुता और समृद्धि का मार्ग दिखाएंगे।"
निष्कर्ष:
लेक्स फ्रीडमैन के साथ 3 घंटे तक चले इस संवाद में पीएम मोदी ने भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि, देश की आंतरिक प्रगति और भविष्य की दिशा पर गहन चर्चा की। पाकिस्तान के साथ संबंधों में शांति की उम्मीद और आरएसएस के मूल्यों से उनके जुड़ाव जैसे मुद्दों ने इस साक्षात्कार को वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बना दिया है।
लेख प्रकाशित | Sun | 16 Mar 2025 | 9:30 PM

'एक सेकंड में जिंदगी बदल गई, मैंने सबकुछ हवा में उड़ता देखा': वडोदरा में नबीरा की चपेट में आए विकास केवलानी ने कहा- 'मेरे बहन-भाई सब सड़क पर पड़े थे'
गुजराती लेख: वडोदरा के करेलीबाग में नशेड़ी नाबालिग ने किया भयानक हादसा- हेमाली पटेल की मौत, 7 घायल
दिनांक: 13 मार्च, 2025 | स्थान: मुक्तानंद सर्किल, करेलीबाग, वडोदरा
घटना की पूरी कहानी:
कल रात (13 मार्च 2025) कारेलीबाग के मुक्तानंद सर्किल के पास एक शराबी किशोर द्वारा चलाई जा रही कार ने 8 लोगों को टक्कर मार दी। इस भीषण हादसे में हेमाली पटेल (37) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। चालक 120 किमी/घंटा की गति से गाड़ी चला रहा था और नशे की हालत ने दुर्घटना को और भी भयावह बना दिया।
शिक्षित विकास केवलानी की प्रत्यक्षदर्शी गवाही:
मेरा नाम विकास केवलानी है। मैं फतेहगंज में रहता हूं और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करता हूं। कल रात, मेरे भाई जयेश, बहन कोमल (होम्योपैथिक डॉक्टर) और हमारे सहयोगी पूरवभाई हेमाली पटेल परिवार के साथ आइसक्रीम खाने और फ्रेश होने के लिए मुक्तानंद सर्किल की ओर जा रहे थे। हम धीरे-धीरे गाड़ी चला रहे थे, लेकिन...
"एक सेकंड में जीवन बदल गया!"
"अचानक, पीछे से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से आ रही एक कार ने हमें टक्कर मार दी। मेरे भाई-बहन सड़क पर पड़े थे। जब मैंने देखा, तो कार और हेमालीबेन के टुकड़े हवा में उड़ रहे थे। पूरवभाई गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि हेमालीबेन की तुरंत मौत हो गई..."
घायलों की अस्पताल में स्थिति:
मृतक: हेमाली पटेल (37) - पूरवभाई पटेल की पत्नी। घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
गंभीर रूप से घायल:
पूरवभाई पटेल: आईसीयू में जीवन-मौत की लड़ाई।
केवलानी परिवार: विकास (फ्रैक्चर), जयेश (साइड में फ्रैक्चर), कोमल (हाथ में चोट)।
शाह परिवार: तीन सदस्य - एक के सिर में चोट, दो के पैर में फ्रैक्चर।
ड्राइवर की स्थिति और पुलिस कार्रवाई:
नाबालिग चालक: 17 वर्षीय युवक, शराब के नशे में, बिना सीटबेल्ट के वाहन चला रहा है।
कारण: रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के बाद ड्राइवर का तेज गति से दौड़ने का "शौक" घातक साबित हुआ।
पुलिस कार्रवाई: चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है और अपराध दर्ज कर लिया गया है। मोटर वाहन अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई का दावा।
समाज में आक्रोश और सवाल:
परिवार चिल्ला रहे हैं: "शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले नाबालिगों को कब कड़ी सजा दी जाएगी?" – विकास केवलानी.
जन आंदोलन: लोग सोशल मीडिया पर स्टॉपड्रंकड्राइविंग और जस्टिसफॉरहेमाइली को ट्रेंड करा रहे हैं।
विशेषज्ञ विश्लेषण: "गुजरात में नाबालिग वाहन चालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के बिना ऐसी घटनाएं नहीं होतीं" - यातायात पुलिस अधिकारी।
अगले कदम:
चिकित्सा रिपोर्ट: अस्पताल घायलों की स्थिति पर दैनिक अद्यतन जानकारी उपलब्ध कराएगा।
कानूनी कार्रवाई: चालक के पिता के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाएगा, क्योंकि वाहन का मालिक वही है।
टिप्पणी: यह घटना इस बात की एक और याद दिलाती है कि किस प्रकार नशे में गाड़ी चलाना और तेज गति से गाड़ी चलाना निर्दोष लोगों के जीवन को नष्ट कर सकता है। ऐसे मामलों में समाज और सरकार को एक साथ आकर सख्त नीतियां लागू करने की जरूरत है।
लेख प्रकाशित | Fri | 14 Mar 2025 | 9:35 PM

जीएसआरटीसी भर्ती में 45 लोगों से ठगी: सीनियर क्लर्क और कंडक्टर की नौकरी के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र बनाए गए: छात्र नेता युवराज सिंह का दावा
गुजरात एसटीआरसी भर्ती घोटाला: 45 लोगों से धोखाधड़ी, फर्जी नियुक्ति पत्र और पुलिस निष्क्रियता का आरोप
गांधीनगर: युवराजसिंह जडेजा ने भयानक शोर, लूटपाट और किराएदारों को धमकाने के दावों का किया पर्दाफाश
गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम (जीएसआरटीसी) की भर्ती प्रक्रिया में एक और बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। गांधीनगर में छात्र नेता युवराजसिंह जडेजा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया है कि वडोदरा के नीलेश मकवाना और आशीष क्रिश्चियन नामक अराजक तत्वों ने नौकरी का झांसा देकर 45 लोगों से लाखों रुपए की ठगी की है। इसमें गौरांग गज्जर नामक युवक को फर्जी वरिष्ठ लिपिक नियुक्ति पत्र देकर 97,200 रुपये हड़पने का मामला भी शामिल है।
आपके साथ धोखा कैसे हुआ?
अहमदाबाद में कंप्यूटर मरम्मत का व्यवसाय चलाने वाले आशीष क्रिश्चियन युवाओं को सरकारी नौकरी की "गारंटी" दिलाने का लालच देकर उनसे संपर्क करते थे। नीलेश मकवाना के साथ मिलकर उन्होंने अभ्यर्थियों को फर्जी आई-कार्ड, ईमेल के जरिए फर्जी नियुक्ति पत्र और जीएसआरटीसी के लोगो वाले दस्तावेज दिखाकर धोखा दिया। गौरांग गज्जर की तरह, उन्होंने भी 41 वर्ष की आयु में (जो कि जीएसआरटीसी भर्ती के लिए आयु सीमा से अधिक है) नौकरी का झूठा वादा करके पैसा इकट्ठा किया।
गौरांग गज्जर की कहानी:
"मैंने नीलेश के खाते में ₹97,200 ट्रांसफर कर दिए। फिर उसने ईमेल के ज़रिए नियुक्ति पत्र भेजा। जब मुझे पता चला कि यह फ़र्जी है, तो कोई भी मेरी शिकायत सुनने को तैयार नहीं था। अब नीलेश मुझे धमका रहा है!" - गज्जर ने मीडिया के समक्ष प्रस्तुत किया।
पुलिस की निष्क्रियता का आरोप
युवराजसिंह जडेजा ने आलोचना की कि खोखरा और वटवा पुलिस थानों ने छह महीने से शिकायतें दर्ज नहीं की हैं। "इस बात के सबूत हैं कि मामले की सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय को दी गई है, लेकिन गृह मंत्री कहते हैं 'शिकायत दर्ज करो'... जब शिकायतकर्ता पुलिस स्टेशन जाते हैं, तो उनकी शिकायत नहीं ली जाती!" – जडेजा ने सवाल उठाया।
प्रमाण:
- टेलीफोनिक रिकॉर्डिंग: नौकरी के प्रस्ताव और पैसे की मांग के बारे में आशीष और नीलेश के साथ बातचीत।
- बैंक लेनदेन: गज्जर द्वारा नीलेश के खाते में किए गए हस्तांतरण की रसीदें।
- फर्जी दस्तावेज: जीएसआरटीसी के नाम पर बनाए गए अनिवार्य नियुक्ति पत्र।
राजनीतिक-पुलिस मिलीभगत का संदेह
जडेजा ने आरोप लगाया कि इस घोटाले में उच्चस्तरीय राजनीतिक संपर्कों का हाथ हो सकता है। "जीएसआरटीसी में इस तरह के घोटाले लगातार हो रहे हैं, लेकिन किसी को जवाबदेह नहीं ठहराया जा रहा। क्या पुलिस दबाव में है?" -उसने प्रश्नचिन्ह लगाया।
मांगें:
1. नीलेश मकवाना और आशीष क्रिश्चियन के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए।
2. अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए एक विशेष जांच दल गठित करें।
3. जीएसआरटीसी भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और ऑनलाइन प्रणाली लागू करना।
सरकार क्या कहती है?
इस मामले पर गुजरात सरकार या पुलिस प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। गृह मंत्री हर्षवर्धन संघवी ने पहले ही घोषणा कर दी है कि "यदि कोई शिकायत प्राप्त होती है तो कार्रवाई की जाएगी।" जबकि शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि, "जब हम शिकायत दर्ज कराने जाते हैं तो पुलिस हमें धक्का देकर भगा देती है।"
निष्कर्ष:
जीएसआरटीसी भर्ती घोटाला गुजरात में सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता की कमी का प्रतीक बनता जा रहा है। युवराजसिंह जडेजा जैसे युवा नेताओं ने आंखों से अंधी हो चुकी व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। जनता के टैक्स के पैसे से चलने वाली सरकारी संस्थाओं में लूट को रोकने के लिए अब सख्त कार्रवाई और डिजिटल पारदर्शिता जरूरी है।
लेख प्रकाशित | Thu | 13 Mar 2025 | 9:51 PM

भाजपा कार्यकर्ता के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर: गृह उद्योग के नाम पर प्लॉट लेकर किराए पर लगा रहे थे स्टॉल; संपदा विभाग ने कार्रवाई करते हुए निर्माण को ध्वस्त कर दिया।
अहमदाबाद नगर निगम की जमीन पर अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर की कार्रवाई: भाजपा कार्यकर्ता समेत मामले का ब्यौरा
अहमदाबाद, 12 मार्च, 2025: एसजी हाईवे पर गोटा ब्रिज के पास अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) के एक भूखंड पर अवैध निर्माण और व्यावसायिक दुरुपयोग के आरोपों के बीच आज संपदा विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की गई। भाजपा कार्यकर्ता द्वारा एएमसी के स्वामित्व वाले एक प्लॉट (टीपी 32 एफपी 66) को "सामान्य किराए" पर किराए पर लेने और वहां खिड़की के स्टॉल बनाने की घटना ने प्रशासन और राजनीतिक परिस्थितियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्लॉट का विवरण और अवैधता का प्रश्न
प्लॉट का स्थान और आकार: एसजी हाईवे पर गोटा ब्रिज के अंत में 24,000 वर्ग मीटर। (241000) का एक विशाल भूखण्ड टीपी 32 एफपी 66 पर स्थित है, जिसका बाजार मूल्य करोड़ों रुपए में आंका गया है।
किराया व्यवस्था: एएमसी स्थायी समिति द्वारा पारित प्रस्ताव के अनुसार, यह भूखंड गृह-आधारित उद्योग के लिए ₹1,000 दैनिक किराए पर किराए पर दिया गया था। हालांकि, महज 11 महीने के भीतर ही लोहे के एंगल, कंक्रीट की इमारतें और स्टॉल बनाकर उन्हें व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए किराए पर देने की घटनाएं सामने आईं।
यह कार्रवाई क्यों शुरू की गई?
स्थायी समिति के प्रस्तावों का दुरुपयोग: भूखंड के दो हिस्सों (केयूर चावड़ा के नाम पर 5,000 वर्ग मीटर और अशोक मीठापारा के नाम पर 10,000 वर्ग मीटर) को "मौसमी बाजार" (नेहरू नगर और पथरान मार्केट) बनाने के बहाने किराए पर दे दिया गया। लेकिन, गुप्त तस्वीरों और शिकायतों के अनुसार, वहां खाद्य ट्रकों, कपड़ों और सामान के स्टॉलों का विज्ञापन किया गया था, जो गृह उद्योग की शर्तों का उल्लंघन था।
एएमसी अधिकारियों की लापरवाही: एएमसी द्वारा करोड़ों रुपये के प्लॉट को 1,000 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से किराए पर देने और 11 महीने तक अवैध निर्माण पर चुप्पी साधने पर सवाल उठाए गए। स्थानीय नागरिकों ने शिकायत की कि "राजनीतिक रूप से जुड़े लोगों ने इस भूखंड पर अनधिकृत कब्ज़ा कर लिया है।"
बुलडोजर कार्रवाई: क्या टूटा?
उत्तर पश्चिमी जोन एस्टेट टीम आज सुबह जेसीबी मशीनों और मजदूरों के साथ पहुंची:
1. लोहे के एंगल और ब्रैकेट निकाले।
2. अधूरे स्टॉल और कंक्रीट से बनी दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया।
3. "किराये पर उपलब्ध स्टॉल" के विज्ञापन वाले बोर्ड हटा दिए गए।
राजनीतिक-प्रशासनिक अराजकता:
स्थायी समिति अध्यक्ष का हस्तक्षेप: शिकायतों का सामना करते हुए, समिति अध्यक्ष ने दोनों प्रस्तावों को रद्द कर दिया और संपदा विभाग को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
भाजपा कार्यकर्ता की भूमिका: आरोपी कार्यकर्ता ने दावा किया कि उसने "मौसमी बाजार" के नाम पर भूखंड लिया था, लेकिन एएमसी नियमों के अनुसार, किरायेदार को केवल हस्तशिल्प उत्पाद बेचने की अनुमति थी।
नागरिकों और नेताओं की प्रतिक्रिया
स्थानीय व्यवसायी: "इस भूखंड पर निर्माण कर दूसरों को किराए पर देना अनुचित है। एएमसी को शुरू से ही इस तरह की अवैधता रोकनी चाहिए थी।"
विपक्षी नेता: "राजनीतिक रूप से जुड़े लोगों द्वारा नगर निगम की भूमि पर कब्जा करना एएमसी की लाचारी को दर्शाता है। सार्वजनिक संपत्ति लूटी जा रही है।"
आगे की कार्रवाई
एएमसी के संपदा विभाग ने अब इस भूखंड पर निरंतर निगरानी की घोषणा की है। उन्होंने अवैध निर्माण और शर्तों के उल्लंघन के लिए किरायेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की इच्छा व्यक्त की है।
निष्कर्ष:
गोटा ब्रिज के पास हुई यह घटना अहमदाबाद में शहरी भूमि के दुरुपयोग, राजनीतिक प्रभाव और प्रशासनिक लापरवाही पर गंभीर सवाल उठाती है। यह घटना सार्वजनिक संपत्ति को "किराए पर देने" में पारदर्शिता और जवाबदेही की सख्त जरूरत की याद दिलाती है।
लेख प्रकाशित | Wed | 12 Mar 2025 | 10:45 PM

पाकिस्तान में पैसेंजर ट्रेन हाईजैक: बलूच आर्मी का दावा- 182 यात्री बंधक, 20 सैनिक मारे गए; कहा- कार्रवाई की तो बंधकों को मार देंगे
बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने जाफर एक्सप्रेस पर भीषण हमला किया: 20 सैनिक मारे गए, 182 बंधक बनाए गए! बलूचिस्तान के स्वतंत्रता संग्राम में नया विस्फोट
मंगलवार को बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने पाकिस्तान के बोलन जिले में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला कर एक चौंकाने वाली घटना को अंजाम दिया।
हमें बीएलए प्रवक्ता से पता चला कि यह हमला क्वेटा-पेशावर रेलवे लाइन पर मश्कफ क्षेत्र में दोपहर 1 बजे हुआ। चूंकि पहाड़ियों और सुरंगों से भरे इस क्षेत्र में ट्रेन की गति धीमी थी, इसलिए बीएलए ने योजनाबद्ध हमला किया। उन्होंने सुरंग संख्या 8 के पास रेल की पटरियाँ उड़ा दीं, जिससे रेलगाड़ियाँ पटरी से उतर गईं, फिर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें 20 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। 6 घंटे तक चली इस लड़ाई में बीएलए ने ट्रेन पर कब्जा कर लिया और 182 यात्रियों को बंधक बना लिया।
हमले का विवरण: बीएलए की योजना कैसे सफल हुई?
1. भौगोलिक लाभ: मश्कफ क्षेत्र में 17 सुरंगें हैं, जहां ट्रेनें 2030 किमी/घंटा की गति से चलती हैं। बीएलए ने इस धीमी गति को हमले के लिए सही समय माना।
2. रेलगाड़ी को पटरी से उतारना: सबसे पहले, रेलवे ट्रैक को उड़ाकर रेलगाड़ी को पटरी से उतार दिया जाता है। ड्राइवर के घायल होने के बाद ट्रेन रोक दी गई।
3. गोलीबारी और कब्जा: बीएलए लड़ाकों ने सुरक्षा बलों (पुलिस, आईएसआई एजेंट) के साथ संघर्ष किया और ट्रेन पर कब्जा कर लिया।
4. बंधकों का चयन: महिलाओं, बच्चों और बलूच यात्रियों को रिहा कर दिया गया। केवल पाकिस्तानी सैन्य और खुफिया एजेंटों को ही बंधक बनाया गया था।
बीएलए की घोषणा: "हम पाकिस्तानी लूट और चीनी शोषण के खिलाफ लड़ते हैं!"
बीएलए के बयान में कहा गया:
"हमारी लड़ाई पाकिस्तानी सैन्य कब्जे और चीन की सीपीईसी (चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा) परियोजना के खिलाफ है। बलूचिस्तान के संसाधनों पर हमारा अधिकार है।"
"अगर सेना कार्रवाई करती है तो हम सभी बंधकों को मार देंगे। इन हत्याओं के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।"
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: सेना की शर्म!
हमले के बाद पाकिस्तानी सेना ने जमीनी और हवाई हमला किया, लेकिन बीएलए ने अपनी सुरक्षा बनाए रखने के लिए पहाड़ी गुफाओं का लाभ उठाया।
राहत रेलगाड़ी भेजी गई: सैनिकों, डॉक्टरों और दवाओं से भरी एक रेलगाड़ी मदद के लिए भेजी गई।
मंत्री की धमकी: पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा, "इन आतंकवादियों को सजा मिलेगी। हम समझौता नहीं करेंगे!"
इतिहास में BLA: ट्रेनों, पुलों और स्टेशनों को निशाना बनाना
अगस्त 2024: कोलपुरमख के बीच पुल उड़ा दिया गया और रेल सेवाएं रोक दी गईं।
नवंबर 2024: क्वेटा स्टेशन पर हुए विस्फोट में 26 लोग मारे गए।
फरवरी 2023: जाफर एक्सप्रेस में बम विस्फोट (टीटीपी द्वारा)।
बलूचिस्तान में लड़ाई क्यों हो रही है?
1947 के विभाजन के बाद: बलूचिस्तान को जबरन पाकिस्तान में शामिल कर लिया गया। बलूच लोग आज़ादी चाहते हैं।
संसाधन लूट: पाकिस्तान और चीन (सीपीईसी के माध्यम से) सोने, गैस और खनिजों पर कब्जा कर रहे हैं।
मानवाधिकार उल्लंघन: आरोप है कि सेना बलूच युवाओं को गायब कर रही है, उनकी हत्या कर रही है और उन पर अत्याचार कर रही है।
सोशल मीडिया पर वीडियो: पुष्टि नहीं, बल्कि चर्चा
हमले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें ट्रेन के सामने से विस्फोट की आवाज सुनी जा सकती है। हालाँकि, पाकिस्तानी सरकार या स्वतंत्र स्रोतों ने वीडियो की पुष्टि नहीं की है।
निष्कर्ष: क्या बलूचिस्तान के लिए लड़ाई कभी ख़त्म होगी?
बीएलए का यह हमला दर्शाता है कि पाकिस्तान की सैन्य ताकत और अंतर्राष्ट्रीय दबाव के बावजूद बलूच राष्ट्रवादी आंदोलन कमजोर नहीं हुआ है। चीन की सीपीईसी परियोजना को लेकर बलूचिस्तान में असंतोष बढ़ रहा है। जब तक पाकिस्तान बलूच लोगों की राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक मांगों को गंभीरता से नहीं सुनता, तब तक ऐसी हिंसक घटनाएं जारी रहेंगी।
✍️ लेखक की टिप्पणी:
"बलूचिस्तान संघर्ष सिर्फ एक सैन्य मुद्दा नहीं है, यह एक राजनीतिक संघर्ष है। जिस दिन पाकिस्तान बलूच लोगों को 'देशद्रोही' नहीं बल्कि 'नागरिक' मानेगा, केवल उसी दिन इस रक्तरंजित भूमि पर शांति आएगी।"
लेख प्रकाशित | Tue | 11 Mar 2025 | 9:24 PM

पहले नाम हटाया, अब मजार हटाएंगे!: औरंगजेब पर आरपार, संभाजीनगर से मजार हटाने पर सभी एकमत, राजनीति में नफरत हो सकती है, लेकिन ऐसे समय में सभी एकजुट हैं
औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर महाराष्ट्र में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। मुगल साम्राज्य के क्रूर शासक माने जाने वाले औरंगजेब का मकबरा संभाजीनगर (पुराना औरंगाबाद) में स्थित है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने इस कब्र को हटाने की इच्छा व्यक्त की है और महाराष्ट्र में सभी दल इस मुद्दे पर एकमत हैं। यह मुद्दा दो कारणों से चर्चा में आया है: एक तो हिंदी फिल्म "छावा" ने औरंगजेब की क्रूरता को लोगों के सामने लाया और दूसरा, महाराष्ट्र के समाजवादी पार्टी के सांसद अबू आजमी ने औरंगजेब के पक्ष में बयान दिया, जिससे विवाद खड़ा हो गया।
अबू आज़मी का बयान और विवाद
अबू आज़मी ने 3 मार्च को बयान दिया कि औरंगज़ेब क्रूर शासक नहीं था और उसने कई मंदिर बनवाए थे। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि छत्रपति संभाजी महाराज और औरंगजेब के बीच संघर्ष धार्मिक नहीं था, बल्कि सत्ता और धन के लिए संघर्ष था। इस बयान से महाराष्ट्र में भारी विवाद खड़ा हो गया और शिवसेना सहित अन्य दलों ने आज़मी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने औरंगजेब की कब्र हटाने की इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यह मकबरा एक संरक्षित स्मारक है, जिसे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा संरक्षित किया गया है। कांग्रेस, शिवसेना और मनसे जैसी पार्टियों ने भी इस मुद्दे का सर्वसम्मति से समर्थन किया है। शिवसेना और भाजपा नेताओं ने औरंगजेब जैसे क्रूर शासक की कब्र का महिमामंडन नहीं होने देने की बात कही है।
योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर कोई औरंगजेब को अपना नायक मानता है तो वह मानसिक विकार का शिकार है। औरंगजेब ने हजारों मंदिरों को नष्ट कर दिया और हिंदुओं का नरसंहार किया। ऐसे क्रूर शासक को आदर्श मानना उचित नहीं है।
औरंगजेब और संभाजी के बीच संघर्ष
औरंगजेब और छत्रपति संभाजी महाराज के बीच संघर्ष इतिहास में प्रसिद्ध है। संभाजी मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी के पुत्र थे। औरंगजेब ने संभाजी को कैद कर लिया और उनकी निर्मम हत्या कर दी। यह संघर्ष मुख्यतः सत्ता और धन के लिए था, लेकिन इसमें धार्मिक तत्व भी थे।
फिल्म "छावा" में भूमिका
फिल्म "छावा" में औरंगजेब की क्रूरता और संभाजी महाराज के खिलाफ किए गए अत्याचारों को दर्शाया गया है। इस फिल्म ने लोगों में औरंगजेब के प्रति नफरत बढ़ा दी है और इस वजह से यह मुद्दा फिर से सुर्खियों में आ गया है।
अंतिम निर्णय
औरंगजेब की कब्र को हटाने का मुद्दा अभी भी अनिर्णीत है। इस मुद्दे पर राजनीतिक दल एकमत हैं, लेकिन मकबरा एक संरक्षित स्मारक है, जिसे एएसआई द्वारा संरक्षित किया जाता है। यह देखना अभी बाकी है कि अगले कदम कैसे उठाए जाएंगे।
लेख प्रकाशित | Mon | 10 Mar 2025 | 8:52 PM

कर्नाटक में इजरायली महिला पर्यटक से सामूहिक बलात्कार: आरोपियों ने उसके 3 दोस्तों को पीटा और नहर में फेंका, एक का शव मिला
कर्नाटक के हम्पी में गैंगरेप की भयावह घटना: इजराइली पर्यटक समेत 2 महिलाओं से दरिंदगी, एक की मौत
9 मार्च, 2024
घटना का समय और स्थान:
यह भयावह घटना कर्नाटक के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हम्पी में तुंगभद्रा नहर के बाएं किनारे पर 6 मार्च की रात करीब 10:30 बजे घटी। पीड़ितों में एक 27 वर्षीय इज़रायली महिला पर्यटक, एक 29 वर्षीय होमस्टे मालिक (एक स्थानीय महिला) और उनके तीन पुरुष साथी (डैनियल अमेरिकन, महाराष्ट्र और ओडिशा से बिबाश) शामिल थे।
घटनाओं के अनुक्रम:
पीड़ित नहर के किनारे बैठकर तारों को देख रहे थे, तभी तीन अज्ञात संदिग्ध बाइक पर सवार होकर आए और पहले पेट्रोल की मांग की।
इसके बाद उसने उस व्यक्ति से 100 रुपये लूटने का प्रयास किया। जब पर्यटकों ने इनकार कर दिया तो आरोपियों ने तीनों को नहर में धकेल दिया और दोनों महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार किया।
महाराष्ट्र के डेनियल और पंकज तैरकर बच गए, लेकिन ओडिशा के बिबाश नहर में डूब गए। दो दिन बाद (8 मार्च) उसका शव नहर के किनारे मिला।
पुलिस कार्रवाई और जांच:
कोप्पल पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए 6 टीमें गठित की हैं। फोरेंसिक, खोजी कुत्तों और अग्निशमन विभाग की मदद से तलाश जारी है।
भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत सामूहिक बलात्कार, हत्या के प्रयास और डकैती के आरोपों के साथ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस अधिकारी आर.एल. अरसिद्दी ने घोषणा की: "आरोपियों को शीघ्र पकड़ने के लिए सभी संसाधन लगा दिए गए हैं। महिला पीड़ितों की हालत स्थिर है।"
पीड़ितों की स्थिति:
दोनों महिलाओं और दो जीवित बचे पुरुषों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मेडिकल रिपोर्ट और फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं।
इज़रायली पर्यटक को परामर्श एवं कानूनी सहायता प्रदान की जा रही है।
स्थानीय प्रतिक्रिया:
हम्पी जैसे शांतिपूर्ण पर्यटन स्थल में ऐसी घटना से समाज में आक्रोश फैल गया है। पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए हैं।
स्थानीय नेताओं और सामाजिक संगठनों ने पुलिस पर आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई और कड़ी सजा देने का दबाव बनाया है।
और अधिक जानें:
हम्पी को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है, जहां हजारों विदेशी पर्यटक प्राचीन खंडहरों और प्राकृतिक सौंदर्य को देखने आते हैं। इस घटना ने राज्य सरकार और पर्यटन विभाग को सतर्क कर दिया है।
नोट: आरोपी की पहचान या गिरफ्तारी के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है। जांच जारी है तथा नई जानकारी उपलब्ध होने पर उसे अद्यतन किया जाएगा।
लेख प्रकाशित | Sat | 08 Mar 2025 | 9:07 PM

पाकिस्तान से 17 साल का नाबालिग कच्छ बॉर्डर पार कर भारत में घुसा: एटीएस और आईबी ने उसे दौड़ाया और कहा- घर में क्या झगड़ा है? हिंदुस्तान चला जाऊंगा वरना गिरफ्तार हो जाऊंगा
गुजरात के कच्छ बॉर्डर से पकड़ी गई पाकिस्तानी नाबालिग: परिवार से झगड़ा होने पर उसे पकड़कर 'चलो हिंदुस्तान चलें' कहकर निकल गया!
कच्छ (गुजरात): गुजरात के कच्छ सीमा से एक 17 वर्षीय पाकिस्तानी नाबालिग को गिरफ्तार किया गया है। यह नाबालिग पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाके में स्थित एक गांव का निवासी है। अपने परिवार के साथ झगड़े के परिणामस्वरूप, उन्होंने यह कहते हुए घर छोड़ दिया कि, "मैं अब हिंदुस्तान जा रहा हूं," और अपनी छड़ी पकड़ ली। चलते-चलते वह कच्छ के सीमावर्ती क्षेत्र में प्रवेश कर गया, जहां खुफिया ब्यूरो (आईबी) और आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) की टीम ने उसे हिरासत में ले लिया। फिलहाल नाबालिग के मामले की जांच जारी है।
कार्यक्रम का विवरण:
1. परिवार के साथ संघर्ष और निर्णय:
नाबालिग पाकिस्तान के सिंध प्रांत की सीमा के पास एक गांव में रहता था। अपने परिवार के साथ गंभीर बहस के बाद, उन्होंने घर छोड़ दिया और भारत की ओर पैदल चलने का फैसला किया।
घर छोड़ते समय उन्होंने कहा: "मैं यहाँ नहीं रह सकता, अब मैं भारत जा रहा हूँ!" परिवार ने इसे मजाक समझकर नजरअंदाज कर दिया, लेकिन नाबालिग वास्तव में सीमा पार कर गुजरात के कच्छ क्षेत्र में पहुंच गया।
2. कच्छ सीमा तक कैसे पहुंचे?
कच्छ का रेगिस्तानी इलाका ज्यादातर उजाड़ और दलदली है। मानसून के दौरान यह क्षेत्र पानी से भर जाता है, जबकि सर्दियों में यह सूखा रहता है और पार करना आसान होता है। ऐसा माना जा रहा है कि नाबालिग ने शुष्क सर्दियों की स्थिति का फायदा उठाकर पैदल ही सीमा पार कर ली।
जब भारतीय सुरक्षा बलों को नाबालिग की गतिविधियों के बारे में पता चला तो आईबी और एटीएस की संयुक्त टीम ने उसे पकड़ लिया।
3. सुरक्षा एजेंसियों की चिंताएं:
एटीएस अधिकारियों के अनुसार नाबालिग के पास कोई पहचान पत्र या दस्तावेज नहीं है। उनके भाषण में विरोधाभास है, जिससे उनकी मंशा पर संदेह पैदा हो गया है।
पूछताछ के दौरान नाबालिग ने दावा किया कि "मेरा इरादा केवल भारत में नौकरी ढूंढना था", लेकिन सुरक्षा बल उसके बयान की सत्यता की जांच कर रहे हैं।
यह घटना महत्वपूर्ण क्यों है?
सीमा सुरक्षा में खामियां: कच्छ सीमा पर दिन-रात कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद इस तरह नाबालिग का शोर मचाते हुए भारत में प्रवेश करना सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर कमी को दर्शाता है।
युवाओं की मानसिक स्थिति: परिवार के साथ मतभेद और अस्वस्थ मानसिक स्थिति युवाओं को ऐसे जोखिम भरे निर्णय लेने के लिए प्रेरित करती है। नाबालिग की मानसिक जांच की आवश्यकता है।
भारत-पाकिस्तान संबंध: ऐसी घटनाएं दोनों देशों के बीच स्थिति को और जटिल बना देती हैं। नाबालिग के प्रत्यावर्तन के दौरान सावधानीपूर्वक प्रक्रियाएं अपनाई जानी आवश्यक हैं।
अगले कदम:
1. कानूनी कार्रवाई: नाबालिग को किशोर न्याय अधिनियम के तहत न्यायालय में पेश किया जाएगा। उन्हें कानूनी सहायता और सलाह प्रदान की जाएगी।
2. पाकिस्तान से संपर्क: भारत सरकार नाबालिग की पहचान और परिवार की पुष्टि के लिए पाकिस्तानी उच्चायोग से संपर्क करेगी।
3. सीमा सुरक्षा में सुधार: ड्रोन, मोशन सेंसर और नियमित गश्त बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।
विशेषज्ञ की राय:
मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) ए.के. शर्मा: "कच्छ सीमा पर भौगोलिक संरचना खतरनाक है। वहां तकनीक आधारित सुरक्षा व्यवस्था जरूरी है।"
बाल अधिकार कार्यकर्ता श्रीमती अनाया पटेल: "नाबालिग की उम्र और मानसिक स्थिति को देखते हुए उसके साथ संवेदनशीलता से पेश आना चाहिए। उसे काउंसलिंग देना भी जरूरी है।"
निष्कर्ष:
यह घटना भारत-पाकिस्तान सीमा की संवेदनशीलता, युवाओं की मानसिक स्थिति और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता को उजागर करती है। हालांकि नाबालिग के मामले की जांच जारी है, लेकिन आधिकारिक सूत्रों का दावा है कि "जांच पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ की जा रही है।"
लेख प्रकाशित | Fri | 07 Mar 2025 | 9:10 PM

'आंख के बदले आंख' की तर्ज पर टैरिफ लगाएंगे ट्रंप: भारत को हर साल ₹61 हजार करोड़ का नुकसान होगा; अमेरिकी चीजें सस्ती हो सकती हैं।
**अमेरिका-भारत व्यापार संबंध: ट्रम्प की नई टैरिफ घोषणा और उसके प्रभाव पर विस्तृत चर्चा** अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 5 मार्च को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र में कहा कि 2 अप्रैल से भारत पर "जैसे को तैसा" टैरिफ नीति लागू की जाएगी। इसका अर्थ यह है कि यदि भारत अमेरिका में आयातित वस्तुओं पर टैरिफ लगाता है, तो अमेरिका भी भारतीय उत्पादों पर समान दर से टैरिफ लगाएगा। ट्रम्प ने 1 घंटे 44 मिनट के इस रिकॉर्डेड भाषण में स्पष्ट किया, "मैं इस बात को लेकर बहुत गंभीर हूं कि मेरे प्रशासन के दौरान किसी भी तरह का कोई आक्रामक टैरिफ नहीं लगाया जाएगा।" **टैरिफ क्या है और पारस्परिक टैरिफ का क्या अर्थ है** टैरिफ एक कर है जो दूसरे देश से आने वाले माल पर लगाया जाता है। उदाहरण के लिए, यदि अमेरिका में एक टेस्ला इलेक्ट्रिक ट्रक 90 लाख रुपये में बेचा जाता है और उस पर 100% टैरिफ लागू होता है, तो इसकी कीमत दोगुनी हो सकती है। पारस्परिक टैरिफ का अर्थ है कि दोनों पक्षों के देश एक ही दर से टैरिफ लगाएंगे। इसलिए यदि भारत अमेरिका पर आयात पर 25% टैरिफ लगाता है, तो अमेरिका भी भारतीय उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाएगा। **ट्रम्प यह आक्रामक नीति क्यों अपना रहे हैं?** ट्रम्प का कहना है कि इस टैरिफ नीति से अमेरिकी उत्पादों की मांग बढ़ेगी, नौकरियां पैदा होंगी और वित्तीय आय में वृद्धि होगी। 2024 में, चीन, मैक्सिको और कनाडा के अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका में माल आयात करने वाले देशों की संख्या बढ़ रही है। ट्रम्प के अनुसार, चीन पर 10% तथा मैक्सिको और कनाडा पर 25% टैरिफ लगाया गया है, जिसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अमेरिका को मजबूत बनाना है। **भारत पर इसका क्या प्रभाव होगा?** पारस्परिक शुल्क लगाने से भारतीय निर्यात अधिक महंगा हो सकता है। उदाहरण के लिए, खाद्य उत्पादों, वस्त्रों, विद्युत मशीनरी, फार्मास्यूटिकल्स और ऑटोमोबाइल जैसे उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने से उन्हें अमेरिकी बाजार में ऊंची कीमतों पर बेचा जा सकता है, जिससे प्रतिस्पर्धा कम हो सकती है। व्यापार अधिशेष में कमी आने की संभावना है तथा आयात बढ़ने से डॉलर की मांग बढ़ेगी, जिसके परिणामस्वरूप रुपया कमजोर हो सकता है। यह विदेशी निवेशकों के लिए भी चिंता का विषय हो सकता है। **अमेरिका और भारत के लिए इस नीति के व्यावहारिक परिणाम** विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच यह टैरिफ समझौता ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और अमेरिका के साथ व्यापार संबंधों को बेहतर बनाने के भारत के प्रयासों के लिए एक नई चुनौती साबित होगा। विशेष रूप से, भारत में हार्ले-डेविडसन सहित अमेरिका निर्मित मोटरसाइकिलों पर 100% टैरिफ लगाया जाता है, जबकि भारत से अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले सामानों पर कम टैरिफ लागू होते हैं। इसलिए, दोनों पक्षों के बीच टैरिफ दरों में असमानता से भारत के निर्यातकों और विदेशी निवेशकों को नुकसान पहुंचने की संभावना है, जिसके परिणामस्वरूप विदेशी व्यापार में 7 बिलियन डॉलर (61,000 करोड़ रुपये) तक का नुकसान हो सकता है। ट्रम्प की इस नीति से भारत को अपना निर्यात बढ़ाना होगा और घरेलू उत्पादों की कीमत कम करनी होगी। इसके साथ ही सरकार भारत की निर्यात नीति और व्यापार संबंधों को बेहतर बनाने के लिए एफटीए और अन्य आर्थिक समझौतों का अध्ययन कर रही है। ये सभी चर्चाएं और निर्णय वैश्विक बाजार में भारतीय और अमेरिकी नीतियों के बीच अंतर्संबंधों को और अधिक जटिल बना रहे हैं।
लेख प्रकाशित | Thu | 06 Mar 2025 | 10:39 PM

रिवरफ्रंट में होगा कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन: 7-8 मार्च को मोदी और राहुल दोनों गुजरात में रहेंगे, राहुल अहमदाबाद में तैयारियों का जायजा लेंगे, जबकि पीएम नवसारी-सूरत जाएंगे
गुजरात में 64 साल में कांग्रेस का मेगा अधिवेशन: 89 अप्रैल 2025 को अहमदाबाद के रिवरफ्रंट पर होगा राष्ट्रीय अधिवेशन
— राहुल गांधी और मोदी के समानांतर दौरों से गुजरात की राजनीति गरमा गई
अहमदाबाद, 6 मार्च, 2025:
64 वर्षों के लम्बे अंतराल के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) अपना राष्ट्रीय अधिवेशन गुजरात की धरती पर आयोजित करने जा रही है। यह एआईसीसी सम्मेलन 8 और 9 अप्रैल, 2025 को अहमदाबाद में रिवरफ्रंट पर आयोजित किया जाएगा, जिसमें देश भर से हजारों कांग्रेस प्रतिनिधि, नेता और कार्यकर्ता भाग लेंगे। इस अधिवेशन को गुजरात में कांग्रेस के पुनरुत्थान का ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
सम्मेलन की तैयारियां और नेताओं की गतिविधियां
1. राहुल गांधी का दो दिवसीय गुजरात दौरा (78 मार्च):
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी मार्च के पहले सप्ताह में गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर आएंगे। उनका क्षेत्र के कार्यकर्ताओं, विधायकों और राजनीतिक मामलों की समिति सहित संगठनात्मक नेताओं के साथ बातचीत करने का कार्यक्रम है।
गुजरात कांग्रेस को मजबूत करने के लिए तालुका और जिला स्तर पर संपर्क प्रक्रिया शुरू की जाएगी। राहुल के इस दौरे को 'मिशन 2027' की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है, जिसमें 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को चुनौती देने की रणनीति बनाई जाएगी।
2. प्रधानमंत्री मोदी का समानांतर दौरा:
राहुल गांधी के दौरे के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 78 मार्च को दक्षिण गुजरात (सूरत और नवसारी) का दौरा करेंगे। नवसारी के नीलगिरी मैदान में जर्मन डोम (मंच) बनाया गया है, जहां दो लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है। ये अस्पष्ट दौरे गुजरात में राजनीतिक संघर्ष को और गरमा देंगे।
1961 भावनगर अधिवेशन की ऐतिहासिक परंपरा
गुजरात में कांग्रेस का अंतिम राष्ट्रीय अधिवेशन 1961 में भावनगर में हुआ था, जिसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, वाई.बी. चव्हाण और ज्ञानी जैलसिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया।
इस बार शक्तिसिंह गोहिल (गुजरात कांग्रेस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष) जैसे नेता इस सम्मेलन का नेतृत्व करेंगे। 1961 में जब भावनगर में सम्मेलन आयोजित हुआ, तब शक्तिसिंह गोहिल केवल 1 वर्ष के थे!
सम्मेलन की विशेषताएं और उद्देश्य
1. स्थान और प्रतीकवाद:
एआईसीसी संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने अहमदाबाद में सरदार पटेल राष्ट्रीय स्मारक का दौरा किया और सम्मेलन की ऐतिहासिक भूमिका को याद किया। सम्मेलन को नदी तट पर आयोजित करने का निर्णय कांग्रेस के एजेंडे में गुजरात के विकास को शामिल करने का एक प्रयास है।
2. राजनीतिक बहस के मुद्दे:
संवैधानिक मूल्यों पर "हमले", भाजपा की "जनविरोधी" नीतियों और गुजरात में कांग्रेस की संगठनात्मक कमजोरी पर चर्चा की जाएगी।
मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस अध्यक्ष) और सोनिया गांधी की प्रमुख भूमिका होगी।
3. मिशन 2027: गुजरात पर ध्यान
कांग्रेस 30 साल से गुजरात में सत्ता तक नहीं पहुंच पाई है। 2022 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनावों में हार के बाद पार्टी ने "गुजरात में भाजपा को हराने" की कसम खाई है।
राहुल गांधी ने 2024 में गुजरात कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था: "जिस तरह हमने उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराया, हम उसे गुजरात में भी हराएंगे।"
उत्थान के मार्ग में क्या बाधाएं हैं?
कांग्रेस 1995 के बाद से गुजरात में सत्ता में नहीं है। 2022 के विधानसभा में सिर्फ 17 सीटें ही जीती जा सकेंगी।
पार्टी को हाल ही में हुए नगर निगम चुनावों में भी निराशा हाथ लगी।
के.सी. वेणुगोपाल ने स्वीकार किया, "गुजरात में चुनौतियां हैं, लेकिन हम संगठन का पुनर्निर्माण करेंगे।"
ऐतिहासिक संबंध और गांधी-पटेल विरासत
2025 का सत्र महात्मा गांधी की 1924 में कांग्रेस की अध्यक्षता की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है।
सरदार पटेल की समाधि पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करके कांग्रेस ने गुजरात के स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत पर अपना दावा किया है।
निष्कर्ष:
गुजरात में कांग्रेस का यह अधिवेशन महज एक सम्मेलन नहीं है, बल्कि भाजपा के गढ़ में प्रवेश पाने की लड़ाई का पहला चरण है। राहुल गांधी की संगठनात्मक चालबाजी और मोदी शाह की राजनीति के बीच यह टकराव 2027 के चुनावों की रूपरेखा तय करेगा। लेकिन, क्या कांग्रेस गुजरात के मतदाताओं को जीवंत गांधीवाद और सामाजिक न्याय के रास्ते पर वापस ला पाएगी? इसका उत्तर तो समय ही बताएगा।
लेख प्रकाशित | Tue | 04 Mar 2025 | 9:47 PM